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टिप्पण लेखन का उदाहरण
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य द्वारा प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय के भवनों की मरम्मत एवं अनुरक्षण हेतु लिखे गए मूल पत्र पर टिप्पण कीजिए।
मूल पत्र
कार्यालय प्रधानाचार्य,
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान,
अल्मोड़ा।
पत्र संख्या-/औ.प्र.सं. (अ) 7/5/20XX
दिनांक 25-6-20XX
सेवा में,
निदेशक,
प्रशिक्षण एवं सेवायोजन निदेशालय,
लखनऊ (उ.प्र.)।
विषय- भवनों की मरम्मत एवं अनुरक्षण।
महोदय,
उपर्युक्त विषय की ओर आपका ध्यान आकर्षित करते हुए निवेदन है कि इस संस्थान के अद्योलिखित भवन अत्यन्त जीर्ण स्थिति में हैं तथा इनकी तुरन्त मरम्मत की आवश्यकता है। इन भवनों का विवरण निम्न प्रकार है
1. हिन्दी आशुलिपि व्यवसाय का भवन
2. अंग्रेजी आशुलिपि व्यवसाय का भवन
3. इलेक्ट्रॉनिक व्यवसाय का भवन
4. टर्नर व्यवसाय का भवन।
इस सम्बन्ध में 50,00,000 का विस्तृत अनुमानक संलग्न करते हुए यह भी स्पष्ट किया जाता है कि यदि भवनों का जीर्णोद्धार तुरन्त ही न किया गया तो आगामी बरसात में प्रशिक्षार्थियों को इन भवनों में बैठाकर प्रशिक्षण देना सम्भव नहीं हो पाएगा। आगामी बरसात से अधिक क्षतिग्रस्त हो जाने के फ़लस्वरुप उक्त भवनों के गिर जाने की आशंका है। इस सम्बन्ध में आपसे अनुरोध है कि संलग्न अनुमानक को पारित कर तुरन्त ही मरम्मत हेतु अनुमति प्रदान करने का कष्ट करें।
भवदीय
(मदनलाल गोयल)
प्रधानाचार्य।
टिप्पण
पत्र क्रमांक: 3/2 वि. 20XX
दिनांक 30-6-20XX
निदेशक
संलग्न अनुमानक, जो 50,00,000 मात्र का है, राजकीय आद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अल्मोड़ा से चालू वित्तीय वर्ष में, चार भवनों की मरम्मत हेतु प्राप्त हुआ है, जो इस टिप्पणी के साथ प्रस्तुत है-
1. अनुमानक निर्धारित मानदण्ड के अनुसार बनाया गया है।
2. रा. औ. प्रशि. संस्थान, अल्मोड़ा ने पिछले वर्ष भवनों की मरम्मत के लिए जो पैसा खर्च किया है, वर्तमान अनुमानक भी उन्हीं दरों के अनुरूप है।
3. प्रधानाचार्य ने तुरन्त मरम्मत न होने पर भवनों के गिर जाने की आशंका व्यक्त की है।
4. चालू वित्तीय वर्ष में उपर्युक्त कार्य हेतु बजट का आवन्टन उपलब्ध है। आदेशार्थ प्रस्तुत।
ह. ........
सहायक
दिनांक........
विद्युतीकरण योजनाओं के सम्पादन में विलम्ब होने के कारण उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद को लिखे गए मूल पत्र पर टिप्पण तैयार कीजिए।
मूल पत्र
पत्र संख्या- वि. वि. ख. (नै.) ई. 8/20XX-XX
विद्युत वितरण खण्ड
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद, नैनीताल (उत्तराखण्ड)
दिनांक 6-4-20XX
प्रेषक,
सन्तोष कुमार अग्रवाल,
अधिशासी अभियन्ता।
सेवा में,
मुख्य अभियन्ता (जल विद्युत),
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद
4 विक्रमादित्य मार्ग, लखनऊ।
विषय- विद्युतीकरण योजनाओं के सम्पादन में विलम्ब।
महोदय,
उपर्युक्त विषय के सम्बन्ध में आपके विचारार्थ यह प्रस्तुत करना है कि वर्तमान समय में इस खण्ड के अन्तर्गत 15 ग्रामीण विद्युतीकरण योजनाएँ चल रही हैं। इन सभी योजनाओं में कार्य प्रगति पर है तथा आगामी दो वर्षों में सभी योजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य है। वर्तमान समय में जितने कर्मचारी इस खण्ड में तैनात हैं, वे सभी आज से 10 वर्ष पूर्व के इस खण्ड के कार्यभार के अनुसार हैं, इस प्रकार पूर्व में स्वीकृत मात्र अनुरक्षण हेतु स्वीकृत पदों पर नियुक्त कर्मचारियों से ही समस्त अनुरक्षण एवं निर्माण कार्य लिया जा रहा है, फ़लस्वरुप यथासमय कार्य पूर्ण होना सम्भव नहीं है।
यह भी उल्लेखनीय है कि एच. टी. लाइनों के बनने के साथ ही यदि एल. टी. लाइनों का निर्माण नहीं हो पाया तो योजनाओं के अनुरूप किए जा रहे व्यय का प्रतिफ़ल परिषद को नहीं मिल पाएगा और यह परिषद की हानि का एक कारण होगा। इस सम्बन्ध में आपसे अनुरोध है कि निर्धारित मानदण्ड के अनुसार इस खण्ड के वर्तमान कार्यभार को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित अतिरिक्त पदों की स्वीकृति प्रदान करने का कष्ट करें-
1. सहायक अभियन्ता - 4
2. अवर अभियन्ता - 16
3. लाइन मैन - 32
4. कुली - 64
यह स्पष्ट किया जाता है कि उपर्युक्त पदों की स्वीकृति न मिलने पर ग्रामीण विद्युतीकरण का कार्य यथासमय पूर्ण नहीं हो पाएगा।
भवदीय
ह. .........
सन्तोष कुमार अग्रवाल
अधिशासी अभियन्ता।
टिप्पण
पत्र संख्या- 225/रा. वि. प./32 (2)/200 दिनांक 22-4-20XX
वैयक्तिक सहायक/मुख्य अभियन्ता
कृपया संलग्नक अधिशासी अभियन्ता वि. वि. ख. नैनीताल के पत्रांक-वि. वि. ख. (नै.) ई. 18/82 दिनांक 6-4-20XX का अवलोकन करने का कष्ट करें।
उन्होंने लिखा है कि वर्तमान समय में उनके खण्ड में 15 ग्राम विद्युतीकरण योजनाएँ चल रही हैं, जिनके समापन की अवधि दो वर्ष शेष है।
कर्मचारियों की कमी का उल्लेख करते हुए उक्त अधिशासी अभियन्ता ने सूचित किया है कि यदि अधोलिखित अतिरिक्त पद उनके खण्ड हेतु स्वीकृत नहीं किए गए तो कार्य यथा समय सम्पन्न नहीं हो पाएगा और यह परिषद की हानि का एक कारण होगा।
1. सहायक अभियन्ता - 4
2. अवर अभियन्ता - 16
3. लाइन मैन - 32
4. कुली - 64