Hindi, asked by rekhakhandre37, 7 months ago

(३) (सरल अर्थ)
पद्यांश की अंतिम तीन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए :
खुली आँखों ने
जीवन भर देखे
बंद सपने।​

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Answered by shishir303
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पद्यांश की अंतिम तीन पंक्तियों का भावार्थ लिखिए :

खुली आँखों ने

जीवन भर देखे

बंद सपने।​

भावार्थ ➲ इन पंक्तियों का भावार्थ यह है कि कविने खुली आँखों से जीवन भर ऐसे सपने देखे जो पूरे नहीं हो पाए, यानी वह दिवास्वप्न देखता रहा। बंद आँखों से देखे जाने वाले सपनों पर अपना नियंत्रण नहीं होता, लेकिन खुली आँखों से देखे जाने वाले सपने वे सपने होते हैं जो व्यक्ति स्वयं निर्धारित करता है। कवि ने भी ऐसे ही सपने देखे थे और अपने जीवन के कुछ लक्ष्य निर्धारित किए थे, लेकिन लेकिन उसके यह सपने सपने ही रह गये। खुली आँखों से देखे जाने वाले ऐसे सपने पूरे नहीं कर पाया।  

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