सरस्वती-सिद्धि मुनि वेदव्यास-
का भी बतलाओ हमें नाम
Answers
कृष्ण द्वैपायन नाम था मुनि वेदव्यास का,
जो सत्यवती और महर्षि पराशर के पुत्र थे।
Explanation:
महर्षि वेदव्यास महाभारत के रचयिता के रूप में जाने जाते हैं। महाभारत की रचना उन्होंने ही भगवान गणेश की सहायता से की की थी। वे महाभारत का वर्णन करते जाते और भगवान गणेश उसको लिपिबद्ध अर्थात लिखते जाते थे।
महर्षि वेदव्यास रानी सत्यवती के पुत्र थे। वह रानी सत्यवती जिन्होंने भीष्म के पिता राजा शांतनु से विवाह किया था। शांतनु के महारानी सत्यवती से दो अन्य पुत्र हुए, जिनका नाम विचित्रवीर्य और चित्रांगद था। सत्यवती एक मत्स्यकन्या थी, जो एक मछुआरे को नदी में मिली थी और उसने सत्यवती को पाल-पोस कर बड़ा किया था।
महर्षि पाराशर एक बार उसके रूप सौंदर्य पर मुग्ध हो गए और इससे गंधर्व विवाह किया। जिससे महर्षि वेदव्यास का जन्म हुआ। द्वैपायन द्वीप पर लगातार तपस्या करने के कारण उनका का रंग काला पड़ गया और उन्हें कृष्ण द्वैपायन के नाम से पुकारा जाने लगा। वेदों का ज्ञान अर्जित करने और उसकी व्याख्या करने के कारण उन्हें वेदव्यास के नाम से भी जाना जाता है।
Answer:
वेदव्यास का नाम कृष्ण द्वैपायन था