सत्य की राह पर चल। अगर अपना भला चाहता है तो सच्चाई को पकड़ ! - इन पंक्तियों के प्रकाश में कविता का मर्म खोलिए।
Answers
Answered by
2
Answer:
kavi khete Hain ki tu kbhi bhi jhuth ka Sahara Mt le sada Satya k rqste pr chal agar apna bhala chaahta h toh Satya ka sath de... thnkuu
Answered by
4
इस कविता के द्वारा कवि एक बहुत ही सार्थक सन्देश देना चाहते हैं। वह इस कविता में सच्चाई के मूल्यों को दर्शा रहे हैं।
कवि इस कविता में का रहे हैं कि हमेशा सत्य के राह पर चलो। यह कथन बिल्कुल सटीक और सही है कि हमें हमेशा सच्चाई का मार्ग अपनाना चाहिए। सच का मार्ग ही सही मार्ग है।
उन्होंने आगे कहा है कि अगर कोई व्यक्ति अपना भला चाहता है तो उसे सच्चाई के साथ ही होना चाहिए।
जो इंसान सच्चाई के साथ रहता है तथा कभी झूठ का साथ नहीं देता है उसके साथ हमेशा अच्छा और सही ही होता है। कभी कभी देर लग सकती है किन्तु जीत हमेशा सच्चाई की हुई है।
Similar questions