सड़क पर चलने के नियम बताते हुए मित्र या सखी को पत्र लिखिए।
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सहेली/मित्र को सड़क पर चलने के नियम के बारे में बताते हुए पत्र
प्रिय सहेली अनीता,
तुम कैसी हो? मैं यहाँ ठीक हूं। मैंने सुना कि कल तुम्हारा सड़क पर छोटा सा एक्सीडेंट हो गया, जिसमें तुम्हें थोड़ी चोट आई है। यह जानकर बड़ा दुख हुआ। तुम अपना ध्यान रखो। मैं तुम्हें सड़क पर चलने संबंधित नियम बताती हूं, तुम इनका पालन करोगी तो तुम किसी तरह की दुर्घटना से बच सकती हो।
जब भी सड़क पर चलो तो हमेशा फुटपाथ पर ही चलो। फुटपाथ छोड़कर सड़क के किनारे चलने की कोशिश ना करा करो।
हमेशा जाने की दिशा में बाई तरफ चलना चाहिए, जैसे कि वाहन चलते हैं।
जब भी तुम सड़क पार करने की जरूरत पड़े तो फुटओवर पुल या सबवे का ही इस्तेमाल करोय़ यदि पुल या सबवे नहीं है, तो जहां पर जेबरा क्रॉसिंग हो वहां पर ही सड़क पार करो।
जब लाल बत्ती हो और पैदल यात्रियों के लिए सड़क पार करने का हरा सिग्नल हो, तभी सड़क पार किया करो।
कभी भी चलते ट्रैफिक में सड़क पार करने की कोशिश ना करना।
कभी भी चलती बस में चढ़ने या उतरने की कोशिश ना करना और जब बस स्टॉप पर रुक जाए तभी चढ़ना-उतरना।
यह कुछ नियम है जो मैंने तुम्हें समझाये हैं। इनका यदि तुम पालन करोगी तो दुर्घटना से काफी हद तक बचाव हो सकेगा। आशा है तुम मेरी बातों पर ध्यान दोगी।
तुम्हारी सहेली,
मोनिका |
राज शास्त्री,आ,१०१,
संजीवनी हॉस्टेल,
शिमला।
प्रिय मित्र अर्चित,
काफी समय के बाद खत लिखरहा हूं। यहां पर पढ़ाई के बाद समय नहीं मिलता, कॉलेज से हॉस्टल, फिर खाने पीने में ही पूरा दिन निकल जाता है, और समय के।बारे में कोई अंदाजा नहीं लगता।
तुझे बरावी में अच्छे गुण आए ऐसा मेंने सुना, और इसी के कारण माता पिताजी ने तुझे तेरी मनपसंद बाइक खरीदकर दी। सबसे पहले बहोत सारी बधाईयां। अभी तुझे बाइक मिली है तो में तुझे कुछ सुझाव देना चाहूंगा। सबसे पहली बात सड़क पर बाइक धीमी गति से चलाना क्युकी हाली में अपघात की संभावना बढ़ गई है और मेने सड़क पर बहोत सारे बेवकूफ लोग देखे है जो रश राइडिंग करते है। मेरे दोस्त का भी इसी वजेसे अपघात हुआ और उसे अपना बाया हात गमाना पड़ा। ध्यान से बाइक चला।सड़क पर चलते समय भी अपना ध्यान रखा करो, कानों में इयरफोंस डालके न चलो, दुर्घटना हो सकती है।
अपने माता पिताजी को हाल पूछना मेरी तरफ से। जल्दी ही मिलने आऊंगा तुम्हे।
तुम्हारा सखा,
राज।