सड़क दुर्घटना कारण एवं निवारण
Answers
यदि हम भारत के सन्दर्भ में बात करें तो सड़क दुर्घटना का सबसे बड़ा कारण है हम सबका,भारत के नागरिकों का, लापरवाह होना ! हम सभी यातायात के नियमों का पालन नहीं करते,हम सड़क के नियमों का पालन नहीं करते यथा दुपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट ना पहनना हम अपनी आज़ादी और बहादुरी समझते हैं किन्तु ये नहीं समझते कि अनियोजित घटना ही दुर्घटना का रूप ले लेती है,कोई हमें ओवर टेक करे तो हमारी शान पर बन आती है और हम उसे ओवेरटेक करने के चक्कर में अनियंत्रित गति के शिकार होते हैं और दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं ! पैदल चलते समय भी हम इस भाव से चलते हैं कि भई हम तो चल पड़े बाक़ी जिम्मेदारी गाड़ी चलाने वालों की,जब तक हम स्वयं को और अपने जीवन को बहुमूल्य नहीं समझेंगे दुर्घटनाएं होती रहेंगी ! इसका बहुत ही सरल निवारण है कि हम सुरक्षा नियमों के साथ-साथ यातायात और सड़क के नियमों का ईमानदारी से पालन करें,अन्यथा यहाँ हेलमेट लोग अपना सर बचाने के लिए नहीं अपितु यातायात पुलिस और चालान कटने के भय से सड़क पर उनकी उपस्थिति देखकर ही पहनते हैं!अतः हमारा ये समझना आवश्यक है कि हम स्वयं से कितना प्रेम करते हैं और अपने स्वजनों और उनके भविष्य के प्रति अपनी जिम्मेदारी से कितने अवगत हैं! जिस दुर्घटना का कारण हम स्वयं हैं उसका निवारण भी हम स्वयं ही हैं!थोड़ी सी समझदारी और थोड़ी सी सावधानी मात्र से हम अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं से बच सकते हैं,कुछ कमियां सरकार और प्रशासन की ओर से भी है,सड़को का समुचित ध्यान और रख-रखाव ना रखना,सड़क पर रात को प्रकाश का अभाव और यातायात पुलिस का सौ-पचास रुपये लेकर लोगों को नियम तोड़ने के बावजूद दण्डित किये बिना जाने दे देना!व्यवस्था में सुधार भी इसके निवारण का माध्यम बन सकता है!