Hindi, asked by narawadepranju808, 8 months ago

savad लेखन :-
बहुत अच्छी बारिश के कारण चारों तरप खुशहाली , चार किसानों के बीच में चर्चा।​

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Answered by sejasmahajan1
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मानसून की पहली बारिश से किसानों के खिले चेहरे अब इंसेफ्लाइटिस से भी बच्चों को मिलेगी निजात

एक वर्ष पहले

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मानसून की पहली बारिश से जिले के लोगों को भीषण गर्मी से काफी हद तक निजात मिल गई है। लंबे समय के बाद पड़े पानी की बूंदों ने लोगों को सुखद एहसास कराया है। बरसात से किसानों के भी चेहरे खिल गए हैं। उन्हें अब खरीफ के खेती की बेहतर उम्मीद नजर आने लगी है। गर्मी के कारण जिले में इंसेफ्लाइटिस के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा था। विशेषज्ञ बारिश की शुरुआत होने के साथ इस बीमारी में कमी आने की बात कह रहे थे। ऐसे में बारिश होने के साथ इस जानलेवा बीमारी से निजात मिलने की पूरी संभावना है। जबकि इस बारिश से सबसे ज्यादा खुशी किसानों को हुई है। किसान एक महीने से बारिश को लेकर आसमान की ओर टकटकी लगाए हुए थे। बारिश को देख कर उनके चेहरे भी खिल गए। किसान बारिश होने के साथ खरीफ फसल की तैयारी में लग गए हैं। वहीं बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया जिसके कारण लोगों को आवागमन में परेशानी हुई। सुबह से ही आसमान पर काले बादलों की आवाजाही शुरू हो गई थी। दोपहर के बाद बारिश शुरू हुई तो लोगों को भीषण गर्मी और उमस से निजात मिली।

सुबह से ही आसमान पर छाए हुए थे काले बादल, दोपहर के बाद हुई झमाझम बारिश, चौक-चौराहों पर जमा पानी

बारिश के कारण सड़क पर पसरा पानी।

मानसून की पहली फुहार से किसानों में खुशी

सिकरहना| कुछ लेट ही सही पर अनुमंडल क्षेत्र में भी मॉनसून की पहली फुहार शनिवार को बारिश के रूप में पड़ी। पहली बरसात से लोगों ने बड़ी राहत की सांस ली है। लोगों को जहां भीषण गर्मी से राहत मिली है। वहीं खेतों को भी इस बारिश से फायदा हुआ है। बारिश से खेतों में नमी आ गई है। दिन के तीसरे पहर में हुई झमाझम बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे। बारिश से किसानों को काफी फायदा होगा। जो किसान धान का बीच नहीं गिराए हैं वे विलंब किए बिना खेत में बीज गिरा सकते हैं।

मानसून के आने के साथ हुई झमाझम बारिश

तेतरिया| एक माह से भीषण गर्मी तथा दिन में लू के थपेड़े झेलने के बाद शनिवार को हुई झमाझम बारिश से लोगों को राहत मिली है। मृगशिरा नक्षत्र समाप्ति होते होते आई मानसून की पहली बरसात ने किसानों को कृषि कार्य के लिए एक बार फिर हौसला बुलंद कर दिया है। कोठिया के किसान गौतम किशोर यादव, रानी पट्टी के किसान संजीत यादव ,फाजिलपुर के किसान उमेश चौरसिया, विजय चौरसिया ने बताया कि पहली बारिश धान के बिचड़ा के लिए अमृत साबित होगा। बारिश खत्म होते ही मकई डोभनी का कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।

बारिश के बाद बिचड़े के खेत में लगा पानी।

दोपहर बाद आसमान में बादल छाए रहे

केसरिया |शनिवार दोपहर हुई बारिश के बाद केसरिया व आसपास क्षेत्र में मौसम सुहावना हो गया है। दोपहर बाद आसमान में बादल छाए रहे, सांय के समय बारिश शुरू हुई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली है। जबकि किसानों के चेहरे भी खिल उठे हैं। खिजीरपुरा निवासी राजमोहन प्रसाद, नयागांव निवासी कृष्णा प्रसाद, मठिया निवासी राम कुमार गिरि, कुशहर निवासी अमरेन्द्र यादव समेत कई किसानों ने बताया कि वर्षा होने से बहुत ही राहत मिली है।

आद्रा नक्षत्र के चढ़ते ही हुई बारिश, किसान के लिए शुभ संकेत, अच्छी खेतीबारी है संभावना

सुगौली |झमाझम बारिश से जहां गर्मी से लोगों ने राहत का सांस ली। वहीं किसानों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। शनिवार को झमाझम बारिश होने से प्रखंड क्षेत्र के किसानों का चेहरा खिल उठा। उमड़-घुमड़ रहे बादल के बीच मौसम सुहावन बना रहा। जिससे तपिश व उमस से आमजन ने राहत की सांस ली। तपिश के कारण झुराये खेतों में इस बारिश से नमी आ गई है। वही धूल-कण से भी सबको छुटकारा मिला है। मूसलधार बारिश खेतों में लगी फसल के लिए वरदान साबित होगी। वहीं धान की बीज गिराने में काफी कारगर साबित हुआ है। प्रखंड के कुछ जगहों पर किसानों द्वारा गिराये गए धान के बिचड़े मुरझा रहे थे। जिसे काफी लाभ हुआ है। आद्रा नक्षत्र के शुरुआत के साथ हीं मुसलधार बारिश किसानों के जख्म पर मरहम लगाने का काम किया है। बारिश होती ही किसान खेतों की ओर चल दिए। गांव की एक कहावत कि चढ़त बरसे अद्रा, उतरत बरसे हस्त, तब बसे गृहस्थ। ऐसा कहा जाता है कि आद्रा नक्षत्र के पहले चरण में बारिश होती है और हस्त नक्षत्र के अंतिम चरण तक बारिश हो जाए तो किसान खुशहाल हो जाता है। शनिवार की वर्षा आद्रा चढ़ते ही हुई है। जिसे किसान शुभ संकेत मान रहे हैं। इससे खेती अच्छी होने की संभावना है।

पहली बारिश ने खोली नगर परिषद की पोल

मानसून की पहली बारिश में ही नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल दी है। जगह-जगह जलजमाव होने से लोगों को काफी परेशानी हुई। शहर के चांदमारी सहित कई अन्य मुहल्लों में नाली जाम होने के कारण बारिश का पानी सड़कों पर पसर गया है। जिसके कारण लोगों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही है।

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