Sawachta letter to bapu
In hindi
Answers
Answer:
आदरणीय बापू
प्रणाम बापू जी , मैं भारत का एक छात्र हूँ। मेरा नाम रमेश है | मैं दसवीं कक्षा में पड़ता हूँ | मैं आपको अपने जीवन में आदर्श व्यक्ति मानता हूँ | मैंने आपके जीवन से बहुत कुछ सिखा है | मैं आपके आदर्शों से प्रभावित रहा हूँ, और मैंने आपके आदर्शों को अपने जीवन में ढालने की कोशिश की है।
मैं जानता हूँ, आपको साफ-सफाई बहुत पसंद थी और आपने जीवन भर स्वच्छता का पाठ पढ़ाया। हम भारतीय आपके आदर्शों पर पूरी तरह चल नहीं पाए । मैं अपने देश में चारों तरफ गंदगी देखता हूँ तो मुझे दुख होता है, और अफसोस होता है कि आप स्वच्छता से रहने का जो संदेश देकर गए थे उसे हमने पूरी तरह भुला दिया।
हमने अपने देश को बुरी तरह गंदा कर रखा है। हर जगह देखो गंदगी नजर आती है। मैं पूरी कोशिश करता हूँ कि मैं अपने आसपास साफ-सफाई रखूं। मैं रोज लोगों को समझाता भी हूँ कि हमें हमेशा साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिये। स्वच्छ तन होगा, स्वच्छ वातावरण होगा, तो स्वच्छ मन होगा। यही आपका भी संदेश था।
आपकी इसी वर्ष 150वीं जयंती है और इस 150वीं जयंती पर मैं आपको श्रद्धांजलि अर्पित करना चाहता हूँ, ये प्रण लेकर कि मैं सब के साथ मिलकर अपने भारत को एकदम स्वच्छ और साफ-सुथरा बनायेंगे और गंदगी को मिटा कर छोड़ेंगे। मैं रोज लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करूंगा और स्वच्छ भारत अभियान में अपना पूरा सहयोग दूंगा।
आपकी 150वीं जयंती पर आपको इससे अच्छी श्रद्धांजलि और नहीं हो सकती।
रमेश
जय हिंद |