Hindi, asked by SHAIK8608, 1 year ago

Script on swachh bharat abhiyan in hindi 10min

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Answered by swapnil756
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नमस्कार दोस्त
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स्वच्छ भारत हरी भारत ...... शीर्षक ही इसका अर्थ है। मेरे अनुसार यह मतलब है कि यदि हमारा देश साफ है तो यह भी हरा होगा क्योंकि शुद्धता भगवान के आगे है। और अगर भारत के लोग अपने भारत को साफ रखने की कोशिश करते हैं तो वे अधिक पेड़ लगाने की कोशिश करेंगे और ज्यादा पेड़ लगाने से हमारे देश में हरियाली अधिक होगी।
दुबलापन दोनों शारीरिक और मानसिक रूप से स्वच्छता बनाए रखने का मतलब है। हम ड्रेसिंग के रास्ते में किसी व्यक्ति का अनुमान लगा सकते हैं और उसका विश्लेषण कर सकते हैं। यदि एक लापरवाही पहने हुए तो सभी लोग ही चरित्र का मूल्यांकन करेंगे। एक अच्छा दिल एक अच्छे चरित्र से ढाला जाता है। पूर्णता और सुखी स्वाच्छभाषित भारत हाल ही में हमारे प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित एक अभियान है। यह स्वच्छ भारत का उत्पादन / उत्पादन करने के लिए एक अभियान है। यह अभियान स्वच्छ वातावरण के लिए और कल स्वच्छ भारत के लिए है। यह अभियान समाप्त / समाप्त होगा 2019 में एक स्वच्छता कार्यक्रम है जो हमारे प्रधान मंत्री द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे, उन्होंने झाड़ू लिया और उन्होंने एसओजीएन शुरू किया: स्वाभावपूर्ण भोले का काम लोगों का काम नहीं है। स्वच्छ जल, पर्यावरण और परिवेश, घर। प्रारम्भ ने हमारे समाज में प्रगति की है जिसने मदद की है हमारे पर्यावरण जीवन के साथ पनपने के लिए। बकवास बाहर ले जाओ, और छात्रों को खुद को स्कूल के हरे रंग के लिए जिम्मेदारी ले लेते हैं।
"स्वच्छता पूजा के बगल में है" स्वच्छ और हरे रंग की हमारे पर्यावरण को साफ और हरे रंग में बनाए रखें घर के चारों ओर पौधों को रखें। यह भारत के 15 वें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित किया गया था स्वच्छ भारत हर नागरिक की कर्तव्य है स्वच्छता भारत एक सुंदर भारत है जिसे साफ किया जा सकता है स्वच्छ भारत हम हरे रंग का हो जाते हैं स्वच्छ भारत हर नागरिक का कर्तव्य है स्वच्छता भारत एक सुंदर भारत है पर्यावरण को बहुत अधिक ध्यान दिया गया है

केवल बुद्धिजीवियों ही नहीं बल्कि साधारण पुरुष और महिलाएं भी एक स्वच्छ पर्यावरण की आवश्यकता के बारे में जागरूक हो रही हैं। अच्छे और स्वच्छ वातावरण के महत्व को पर्याप्त रूप से वर्णित नहीं किया जा सकता है कई वैज्ञानिकों के अनुसार, कारक जो सबसे अधिक व्यक्तियों की वृद्धि को प्रभावित करता है वह पर्यावरण है। लेकिन दुर्भाग्य से, वातावरण, वायु, पानी, भूमि आदि जैसे विभिन्न तत्व प्रदूषित और दूषित होते हैं। दूषित वातावरण एक स्वास्थ्य खतरा है और कई रोगों और बीमारियों का कारण बनता है यह अस्तित्व की संभावनाओं को नष्ट कर देता है। इसलिए, एक स्वच्छ वातावरण बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाने चाहिए। इसमें कई सुधारात्मक और निवारक उपायों की आवश्यकता है।

एक स्वच्छ वातावरण रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि अधिक पेड़ लगाए जाए। स्वच्छ-भारत कार्यक्रम का उद्देश्य सरकारों, व्यवसाय, शैक्षणिक और अन्य संस्थानों से जुड़ी स्कूलों और गैर-सरकारी संगठनों के माध्यम से पर्यावरण के मूल्यांकन और भारत के सभी बड़े शहरों और शहरों में सुधार के लिए सामुदायिक जिम्मेदारी जुटाने का लक्ष्य है। अगर हम भारत को साफ करते हैं तो हम एक हरे और स्वस्थ भारत प्राप्त करते हैं। अभियान को आधिकारिक तौर पर 2 अक्टूबर 2014 को राजघाट, नई दिल्ली में शुरू किया गया था, जहां प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने झाड़ू का संचालन किया और सड़क को साफ किया।

यह अभियान भारत की सबसे बड़ी स्वच्छता अभियान है और इस कार्यक्रम में भारत के 30 लाख सरकारी कर्मचारियों और स्कूलों और कॉलेजों ने भाग लिया। भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक अभियान का आयोजन किया गया है जिसमें देश की सड़कों, सड़कों और बुनियादी ढांचे को साफ करने के लिए 4041 वैधानिक कस्बों को कवर किया गया है। ।
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आशा है कि यह आपकी मदद करेगा
Answered by Chirpy
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सफाई से रहना बहुत जरुरी है। सफाई से रहने को स्वच्छ रहना भी कहते हैं। अगर हम सफाई से रहते हैं तो हमारा शरीर भी तंदुरुस्त और स्वस्थ रहता है। जो लोग गंदगी से रहते हैं वे अकसर बीमार हो जाते हैं। सफाई से रहने से हमारा मन भी खुश रहता है। इसलिए स्वच्छता तन और मन दोनों की खुशी के लिए जरुरी है।

   समाज में सफाई से रहने और अच्छे और साफ कपड़े पहनने वाले व्यक्ति को समाज में इज्ज़त मिलती है। सफाई से रहने वाले व्यक्ति को गुणवान समझा जाता है। एक व्यक्ति के पहनने ओढ़ने और रहन सहन को देखकर उसके चरित्र के बारे में बताया जा सकता है। इसीलिए बड़े लोग हमें सफाई से रहने की शिक्षा देते हैं।

   अधिकतर गंदगी से रहने वाला व्यक्ति नियमित जीवन नहीं व्यतीत करता है और अच्छे मूल्यों का अभ्यास नहीं करता है। भगवान पर विश्वास रखने वाला व्यक्ति हमेशा सफाई से रहता है और उसके विचार धार्मिक और उच्च होते हैं। आपने देखा होगा कि सब धर्म पूजा करने से पहले पूजा के स्थान को, शरीर को और मन को शुद्ध करने की बात पर जोर देते हैं। शुद्धता देवभक्ति का अंग है। इसलिए भगवान के करीब जाने के लिए सफाई सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। 

   स्वच्छ शरीर में ही एक स्वच्छ मन हो सकता है। इसलिए सफाई से रहने वाले व्यक्ति के मन में सार्थक और अच्छे विचार उत्पन्न होते हैं। उसकी सोच सकारात्मक होती है। शुद्धता और निर्मलता धार्मिकता के लिए आवश्यक हैं। इसलिए स्वच्छता को देवभक्ति का पहला पग माना जाता है।

   इसलिए हमारे प्रधान मंत्री जी ने 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान शुरू किया है। जिसका उद्देश्य भारत को 2 अक्टूबर 2019 तक एक स्वच्छ देश बनाना है। गांधीजी देश की सफाई पर हमेशा बहुत जोर देते थे। हम इस अभियान के द्वारा देश को स्वच्छ बनायेंगे। यह गांधीजी की 150वें जन्म दिन पर एक उपहार होगा।

   दिल्ली की सरकार ने 'क्लीन डेल्ही, ग्रीन डेल्ही' अर्थात स्वच्छ दिल्ली, हरी दिल्ली स्लोगन दिया है। इसका उद्देश्य है दिल्ली को अधिक हरा बनाना और पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाना है।

   भारत में अनेक पर्यटक, देश विदेश के राजनैतिक पुरुष आदि आया करते हैं। हमें अपने देश को हरा भरा बनाना चाहिए ताकि हमारे देश को देखने के लिए आने वाले लोग यहाँ से अच्छी यादें लेकर जायें और हमारे देश की तारीफ करें।

   हरियाली के साथ हमें स्वच्छता का भी ध्यान रखना चाहिए। पर्यावरण को स्वच्छ रखना आवश्यक है। प्रत्येक नागरिक को इसमें योगदान देना चाहिए। हमें अपने घर और आस पास की जगहों को साफ रखना चाहिए।

   हमारे विद्यालय का भवन बहुत बड़ा है और वह काफी पुराना भी है। आप जानते हैं कि इसमें बहुत सारे कमरे हैं। उसके अतिरिक्त यहाँ एक लैब, पुस्तकालय, कैंटीन और खेल कूद के लिए मैदान भी है। इसको करीब 1500 विद्यार्थी प्रतिदिन सुबह 7 बजे से शाम को 5 बजे तक इस्तेमाल करते हैं। रविवार को इसे कई सामाजिक आदि अन्य कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इसे साफ रखना जरुरी है।                             

   शीघ्र ही सफाई सप्ताह आरंभ होने वाला है। हमारे अध्यापकों ने सफाई के लिए सब समान खरीद लिया है और अन्य इंतेज़ाम भी किया है। वे हमें सफाई सप्ताह में विद्यालय को साफ करने के बारे में बतायेंगे। वे विद्यार्थियों को अलग अलग समूहों में बाँटेंगे। प्रत्येक समूह एक अध्यापक की निगरानी में कार्य करेगा।

   सर्वप्रथम मुख्य भवन की सफाई करेंगे। प्रत्येक कमरे को अच्छी तरह साफ करेंगे। उनके अंदर लगी हुई अल्मारिओं का सामान निकालकर साफ करेंगे और वापस सजायेंगे। व्यर्थ कागजों और चीजों को हटा देंगे।      

   अगले दिन हमलोग खेल कूद के मैदान को साफ करेंगे। खेलने की चीजों को साफ करेंगे। मैदान में झाड़ू लगायेंगे और बाहर पड़े हुए कूड़े के ढेर को हटायेंगे। आने वाले दिनों में हमलोग लैब, पुस्तकालय और कैंटीन को पूरी तरह साफ करेंगे। सप्ताह के अंत में हमारा विद्यालय एकदम साफ हो जायेगा। इस प्रकार हम लोग भी अपने आस पास सफाई रखकर स्वच्छता अभियान में भाग लेंगे और अपने देश को सुंदर बनायेंगे।   

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