Hindi, asked by vedant2711, 1 year ago

selfie is right or wrong nibandh in hindi

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Answered by abhay4445
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सेल्फी खुद के द्वारा खुद का ही खींचा जाने वाली एक फोटो है जिसे खींचकर लोग सोशल मीडिया Facebook,WhatsApp, Twitter पर शेयर करते हैं और अपने दोस्तों को दिखाते हैं पहले जहां मोबाइल फोन में केवल बेक कैमरा होते थे लेकिन बदलते जमाने के साथ स्मार्टफोन के जमाने में आगे के भी कैमरा हो चुके हैं जिससे हम सेल्फी ले सकते हैं.

सेल्फी हमारे लिए सही है या गलत यह तो पूरी तरह से कहना सही नहीं है क्योंकि जैसे की हम सभी जानते हैं कि अगर हम किसी भी चीज का सही तरह से लिमिट में उपयोग करें तो वह हमारे लिए बड़ी ही उपयोगी होती है लेकिन अगर हम उसका हद से ज्यादा उपयोग करें तो वह हमारे लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकती है.मोबाइल फोन से भी हमें कई फायदे हैं लेकिन हद से ज्यादा उपयोग करने पर बहुत सारी बीमारियां होती हैं इसी तरह से सेल्फी का अगर हम लिमिट में उपयोग करें तो ठीक है लेकिन कुछ ज्यादा ही सेल्फी लेने पर हमें इससे कई तरह के नुकसान हो सकते हैं जिनका खामियाजा हमें भुगतना पड़ सकता है.

या हम यह भी कह सकते हैं कि हो सकता है हम अगर सेल्फी खींचने की आदत से जूझ रहे हैं तो खामियाजा भुगतने के लिए हमारे पास समय ही ना हो क्योंकि सेल्फी की वजह से लोगों को बहुत सारे नुकसान हुए हैं उनकी जान तक गई है वहीं दूसरी ओर बदलते इस आधुनिक युग में सेल्फी की वजह से लोगों को बहुत फायदा हुआ है यह पूरी तरह से कहना सही नहीं होगा कि सेल्फी सही है या गलत लेकिन हमको इतना ही जानना चाहिए कि सेल्फी का उपयोग करें लेकिन लिमिट में करें| सेल्फी लेना सही  है या गलत इसका अंदाजा हम सेल्फी से होने वाले फायदे या नुकसान के बारे में जानकार समझ सकते हैं|

अगर हमें अपने दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ फोटो खिंचवाना है तो इसमें एक व्यक्ति का सामने से फोटो खींचना होता था और इस ग्रुप फोटो में उस फोटो खींचने वाले व्यक्ति का फोटो नहीं आ पाता था जिस वजह से एक प्रॉब्लम होती थी लेकिन बदलते जमाने के साथ लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के साथ ग्रुप में अपनी खुद की और अपने पूरे परिवार या दोस्तों की फोटो साथ में खींच सकते हैं जिससे हमें एक अलग ही खुशी का अनुभव होता है.

पहले जहां केवल कोई दूसरा हमारी फोटो खीच सकता था और हम फ़ोटो में दिखाए गए बैकग्राउंड को या उसकी पिछली दीवार को या अपने चेहरे के हाव भाव को नहीं देख पाते थे जिस वजह से हम अपनी पसंद की फोटो नहीं खींच पाते थे लेकिन सेल्फी के जमाने में हम अपने चेहरे के हाव-भाव,दीवार,बैकग्राउंड सभी को अपने मुताबिक कर सकते हैं हमें जैसा भी पसंद हो उस तरह से हम सेल्फी ले सकते हैं.


लोग सेल्फी खींचने में इतने व्यस्त रहते हैं कि एक दिन में बहुत सारे फोटो खींच लेते हैं और उसे सोशल मीडिया में शेयर करते जाते हैं अगर सोशल मीडिया Facebook WhatsApp Twitter पर कोई उनके फोटो को पसंद नहीं करता तो वह फिर से फोटो खींचते हैं और एक दिन में कई सारे सेल्फी खींचते हैं जिससे उनका समय बर्बाद होता है.
सेल्फी बार-बार लेने से हमारी जिंदगी भी बर्बाद हो जाती है कुछ बीमारियां हैं जो बार-बार सेल्फी लेने से हो जाती हैं इसलिए बार बार खींचे जाने वाली सेल्फी की इस आदत को जल्द से जल्द भुलाना चाहिए तभी हम सुख से जीवन जी सकते हैं.
जब लोग तरह-तरह के सोशल मीडिया पर सेल्फी शेयर करते है तो बार-बार अपनी अपने सोशल मीडिया के अकाउंट को खोलकर देखते हैं की मेरी सेल्फी पर कितने लाइक या शेयर हुए जिससे हमारा समय बर्बाद और जीवन बर्बाद होता है.

बहुत से लोग ऐसे होते हैं जिन्हें सेल्फी खींचने की इतनी बड़ी आदत होती है कि वह चलती ट्रेन के सामने या चलती ट्रेन में या किसी पर्वत की ऊंचाई पर सेल्फी खींचते हैं जिससे कभी-कभी तो उनकी जान पर भी बन जाती है पूरी दुनिया में जितनी सेल्फी खींचने वाले लोगों की मृत्यु हुई है उनमें भारतवासियों के मरने वाले की संख्या लगभग आधी है बहुत सारे लोग इस सेल्फी की वजह से मारे जाते हैं.

हम सेल्फी से होने वाले फायदे या नुकसान के बारे में जानकर यह समझ सकते हैं कि सेल्फी सही है या गलत क्योंकि एक तरफ जहा इससे फायदा है वही ज्यादा सेल्फी खींचने से या सेल्फी खींचने की आदत बनने से इसके कई नुकसान भी है इसलिए हमें इस तरह की आदत से दूर ही रहना चाहिए.

Hope this helps you.
Plz mark it as the brainliest.

vedant2711: thanks bro
abhay4445: ur wlcm
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