Hindi, asked by armaanian, 1 year ago


शिक्षक दिवस पर एक भाषण लिखें |
needed for ASL

यह स्वयं लिखा होना चाहिए |
इंटरनेट से कॉपी न करें |
लंबा लिखें |
कृपया इसे केवल हिंदी में लिखें 

Answers

Answered by MrPerfect0007
9
HEY THERE...

SIKSHK DIVAS...

5 SITAMBAR KO BHARAT KE MAHAAN VAYAKTI, Dr. SARVAAPALLEE RAADHAAKRSHNAN KA JANMADIN AATA H.

VE SHIKSHA KE PRATI ATYADHIK SAMARPIT HAIN AUR EK ADHYAAPAK, RAAJANAITIK, BHARAT KE RAASHTRAPATI AUR VISHESH ROOP SE EK SHIKSHAK KE ROOP MEIN JAANE JAATEE HAI. ..

AB CHLIYE POINT KI TRF
.
.

HM APNI IS PYARI SI ZINDGI ME BAHUT KUCHH SIKHTE H PARIVAAR SE SURUAAT KRTE H OR SCHOOL ME PARVESH KARTE H.

HME APNE GHR PARIVAAR SE JO SIKHNE KO MILTA H USI PR HMARA SVBHAV NIRBHAR KARTA H ..
JB HM

SCHOOL ME PARVESH KARTE H TB HMARI IS KORE KAGAJ JESI ZINDGI MEIN
RANG BHARNE K LIYE .

HME GURU MILTE H.

OR HMARI IS ZINDGI KO WO APNE SHEKSHNIK OUR AADHYATMIK GYAN K JARIYE SE RANGEEN BNA DETE H.

● SIKSHK KA HMARI ZINDGI ME UTNA HI MAHTAV H JITNA K EK BCHHE KI JINDGI ME USHKI MAA KA.

● BINA MAA K BCHHE KA JIVAN ADHURA H
OR BINA GURU K VIDYARTHI KA JIVAN B ADHURA HI H.

● SIKHSHK KA UDESHYE YEHI HOTA H K WO KESE B KR K BACHHE KO IS QABIL BNAYE K AAGE CHL KR WO BCHHA APNE PEIRO PR KHDA HO SKE .

● JB MAA APNE BCHHE KO PAHLI BAR APNE PANW PR CHLTA DEKH KR KHUS HOTI H

WESE HI SHIKSHK APNE VIDYARTHIYO KO UNKE JIVAN KI UNCHAIYO KI SIDHIYO PR CHDHTA DEKH KR KHUSH HOTE H.

● HAM HAR VARSH 5 SITAMBAR KO APNE IS pYAREe DESH ME SIKSHK DIVASH MANATE H.

● SIKHSK HI EK MATR SHARA H JO VIDHARTHI K JIVAN KO EK NYI DISHA PARDAAN KARTA H.

JO USE USke JIVAN KA PATH PARICHEY KARWATE H.

● HAMRE MANOBAL KO BDHANE ME SIKHSHK KI AHAM BHUMIKA HOTI H
JO HME APNE LAKSYE KI PRAPTI KI OR AGRSR KARTI H.

● SIKSHK NISHWARTH SEWA KARTE H APNE VIDYARTHIYO KI. OR NA JANE ANGINAT BCHHO KA BHVISHTE SNWARTE H.

● BHARAT KO AAJ NAYI UNCHAIYO PR LANE ME SIKHSKO KA BAHUT BDA YOGDAN H

● SIKSHK GRAMIN STR K BCHHO KO UCHH STR PR LAKAR UNHE MOTHER TERESA BNA DETE H TO UNHE DR APJ KALAM BNA DETE H.
( NAAM BAHUT H BS SMJHNE K LIYE )

● HR KISI KA KOI NA KOI TO GURU HOTA H..

● VIDHYARTI K BHVISHYE KO AAINE KI TRH SAAF DEKH KR USE USI KI DISHA ME MOD DENA YE SIKHSK KA HI EK MATR CHMTKAAR H..

● HAME CHAHIYE K SHISHK K IN YOGDAAN K UNKI MEHANAT KO LAGAN KO HM YAADGAR DIVAS K ROOP ME MNAYE..

● SHISHK K ISI YOGDAN KO DEKHTE HUE HI TO.

● DR . SARVAAPALLEE RAADHAAKRSHNAN
NE APNE JANAM DIN KO APNA JANM DIN NA MANANE OR SIKHSK DIVASH K ROOP ME MANaa kr SIKHSHKO KO SMMAAN DENE Ko kaha.

● YE SCH H K VIDHYARTHIYO KA UJJWAL BHAVIYESHE NA SIRF UNKA BLKI IS DESH KA B UJJAVAL BAHVISYE H.

● ORR HAM VIDHYAETHIYO KI B JIMMEDARI BANTI H K HM APNE SIKHSHKO KA SMMAN KRE K UNHI KA YOGDAN H K AAJ HM APNE JIVAN KI UN UNCHAIYO KO CHOO RAHE H JINKA SAPNA IN SIKHSKO NE TB DEKHA JB HAME SIKHSHA KA MTLAB B NAHI PTA THA..

THANK YOU .

@SRK6

armaanian: i blocked evryne
Anonymous: @srk6 I've not blocked anyone !!
Anonymous: i wil try !!
Anonymous: i also cant msg u !! -_-
Answered by Anonymous
11
शिक्षकों को गरिमा प्रदान करने वाला दिन है 'शिक्षक-दिवस'। शिक्षकों द्वारा किये गए श्रेष्ठ कार्यों का मूल्यांकन कर उन्हें सम्मानित करने का दिन है 'शिक्षक-दिवस'। समाज और राष्ट्र में 'टीचर' के गर्व और गौरव की पहचान कराने का दिन है 'टीचर्स-डे'। छात्र-छात्राओं के प्रति और अधिक उत्साह-उमंग से अध्यापन, शिक्षक तथा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संघर्ष के लिए उनके अंदर छिपी शक्तियों को जाग्रत करने का संकल्प-दिवस है 'अध्यापक-दिवस'। सम्मानित अध्यापक-अध्यापिकाओं के व्यक्तित्व और कृतित्व को पुस्तकाकार रूप में प्रकाशित कर उनकी कीर्ति और यश को गौरवान्वित करने का शुभ दिन है, 5 सितंबर।

अध्यापक जा कार्यक्षेत्र विस्तृत है। नियमित रूप से अध्यापन कराने वाला अध्यापक या शिक्षा देने वाला शिक्षक माना जाए तो प्रथम कक्षा से लेकर एम.ए. तक अध्यापन कराने वाले सभी नर-नारी अध्यापक/शिक्षक/टीचर कहलायेंगे, किन्तु वर्तमान दिवस प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च तथा वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षक संस्थाओं में अध्यापन कराने वाले शिक्षकों तक ही सीमित है।

प्रत्येक प्रादेशिक सरकार अपने स्तर पर शिक्षण के प्रति समर्पित और विद्यार्थियों के प्रति अनुराग रखने वाले शिक्षकों के आवेदन स्वीकार करती है। उनके परीक्षा-परिणाम तथा शिक्षण में उनकी विशेष उपलब्धियों को मानदण्ड मानकर उनका चयन करती है। अध्यापक दिवस पर उन्हें सम्मानित करती है।

इसी प्रकार विभिन्न राज्यों से शिक्षण के प्रति समर्पित अति विशिष्ट शिक्षकों के नाम राज्य-सरकारें केंद्र को भेजती हैं। राज्य-सरकारों द्वारा प्रस्तावित नामों को मानव संसाधन विकास मंत्रालय का शिक्षा-विभाग चुनता है। ऐसे चुने गए शिक्षकों को इस मंत्रालय द्वारा 5 सितंबर को सम्मानित किया जाता है।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन प्रख्यात दार्शनिक, शिक्षा-शास्त्री, संस्कृतज्ञ और राजनयज्ञ थे। राष्ट्रपति बनने के उपरांत जब उनके प्रशंसकों ने उनका जन्मदिवस सार्वजनिक रूप से मनाना चाहा तो उन्होंने जीवनपर्यन्त स्वंय शिक्षक रहने के नाते इस दिवस को (5 सितंबर) को शिक्षकों का सम्मान करने के हेतु 'शिक्षक-दिवस' के रूप में मनाने का परामर्श दिया। तब से प्रतिवर्ष ये दिन 'शिक्षक-दिवस' के रूप में मनाया जाता है।

अध्यापक राष्ट्र के निर्माता और राष्ट्र की संस्कृति के संरक्षक हैं। वे शिक्षा द्वारा बालकों के मन में सुसंस्कार डालते है तथा उनके अज्ञानान्धकार को दूर कर देश का श्रेष्ठ नागरिक बनाने का दायित्व वहन करते है। वे राष्ट्र के बालकों को न केवल साक्षर ही बनाते हैं, बल्कि अपने उपदेश के माध्यम द्वारा उनके ज्ञान का तीसरा नेत्र भी खोलते हैं। वे अपने छात्रों में भला-बुरा, हित-अहित सोचने की शक्ति उत्पन्न करते हैं। राष्ट्र के समग्र विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करते हैं।

Anonymous: thanks (:
kaira109: cool ans!!
Anonymous: ty! (::
Anonymous: wowowow! U.u !! what's there u can't answer??
Anonymous: maths lol xD! thanks alot btw! ^^"
armaanian: thank uh :)
armaanian: in the second para 1st line 2nd word ... uh have written jaa ?? i think it should be kaa
Anonymous: silly mistake! sorry ^^"
Anonymous: welcome and thanks for marking it as best
armaanian: its alright :) thnx a lott :)
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