"शा क्या ही स्वच्छ चाँदनी है यह है क्या ही निस्तब्ध निशा है स्वच्छंद-सुमंद गंध वह निरानंद है कौन दिशा ?" इसका भावार्थ लिखो
Answers
Answered by
18
भावार्थ— पंचवटी के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारते हुए लक्ष्मण अपने मन में सोचते हैं कि यहाँ कितनी स्वच्छ और चमकीली चाँदनी है और रात्रि भी बहुत शांत है।
Answered by
12
Answer:
इन पंक्तियों में पंचवटी के चारों और प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन किया है। यहाँ पर स्वच्छ और निर्मल चांदनी है। चारों तरह वातावरण शांत सा महसूस हो रहा है और अच्छी खुशबू दिशाओं में महक रही है। पंचवटी में चारों और स्वच्छ वातावरण फैला हुआ है। सब जगह एकांत और चुप्पी है, फिर भी ब अपना कर्तव्य का पालन कर रहे हैं। यहाँ पर कितनी शांति अच्छी खुशबू चारों दिशाओं में महक रही है।
Explanation:
make as brinlent answer
Similar questions