शिका, यु
(क) गद्यांश में रात्रि की किस विभीषिका की चर्चा की गई है? ढोलक उसको किस
प्रकार की चुनौती देती थी? लिखिए।
Answers
Answered by
36
गद्यांश में लेखक ने हैजा और मलेरिया को रात्रि की विभीषिका कहा है, क्योंकि उन दिनों गाँव में प्रतिदिन दो-तीन लाशें उठने लग गई थीं। रात्रि की विभीषिका को सिर्फ पहलवान की ढोलक ही ललकार कर चुनौती देती रहती थी। (ख) गाँव र्के अमृत, औषधि-उपचार, पथ्य विहीन लोगों में ढोलक संजीवनी शक्ति भरती थी।
Answered by
0
(क) गद्यांश में रात्रि की किस विभीषिका की चर्चा की गई है ? ढोलक उसको किस प्रकार की चुनौती देती थी? लिखिए।
उत्तर : गद्यांश में रात्रि की जिस विभीषिका की बात की गई है, वह गाँव में फैली महामारी की विभीषिका है। गाँव में फैली महामाई की विभीषिका को रात्रि की विभीषिका का प्रतीक बनाकर बताया गया है।
#SPJ3
Similar questions