शूल,
IU
(H)यामा
38. एक कैथोड-किरण पुँज 3 किलोवोल्ट विभवान्तर से गुजर कर दो समान्तर, 10 सेमी लम्बाई की, क्षैतिज प्लेटों
के बीच से जाता है तथा प्लेटों के बीच अन्तराल 0.5 सेमी है। यह पुंज प्लेटों के समीपस्थ तथा उनके लम्बवत्
स्थित एक प्रतिदीप्तिशील पर्दे पर प्रतिदीप्त बिन्दु उत्पन्न करता है। प्लेटों के बीच 3 वोल्ट का विभवान्तर
स्थापित करने पर, प्रतिदीप्त बिन्दु पर्दे पर कितना विक्षेपित होगा?
उत्तर: 0.05 सेमी।
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tnqq for giving questions with answer
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