English, asked by kalpanaabharad123, 1 month ago

श्लोकः-४
रिक्तस्थानं पूरयत ।
विशेषणम्
विशेष्यम्
लङ्का
गरीयसी​

Answers

Answered by atul20972
0

Answer:

गुरु पाली चन्द्रा हमें नाट्य क्रम: श्लोक का मतलब और उसमें प्रयोग किये जाने वाले मुद्राओं के बारे में जानकारी दे रहे है ।

यदो हस्त ततो दृष्टि

यदो दृष्टि ततो मन:

यदो मन: ततो भाव

यदो भाव ततो रस

हर नृत्यांगना को इस श्लोक में छुपे हुए मतलब और गहरी सोच को अपने दर्शकों तक पहुंचाना, ले जाना और संझाना एक बडा कदम और काम होता है । इसी श्लोक के द्वारा रस की प्राप्ति का पहला कदम उठाया जा सकता है ।

hope it helps u buddy

pls mark me as brainliest

Answered by honey77777777
1

Answer:

hope it helps you

have a great day

Attachments:
Similar questions