शिलालेख एपार्टमेंन्ट , राजकोट से मनन पटेल वडोदरा मे रहनेवाले अपने मित्र अनुराग को रेल
- दुर्घटना का आँखो देखा हाल लिख भेजता है ।
Answers
Answer:
शिलालेख एपार्टमेंन्ट , राजकोट से मनन पटेल वडोदरा मे रहनेवाले अपने मित्र अनुराग को रेल - दुर्घटना का आँखो देखा हाल लिख भेजता है ।
स्थान :- राजकोट , पटेल बड़ोदरा
दिनांक :- ०९/०२/२०
प्रिय अनुराग
मैं कुशलता से हूं आशा करता हूं तुम भी ठीक-ठाक और स्वस्थ होंगे । दरअसल मैं इस पत्र के माध्यम से तुम्हें यह बताना चाहता हूं कि जब मैं तुम्हारे यहां से राजकोट से अपने यहां पटना आ रहा था कल महीने स्टेशन पर एक आंखों देखी घटना देखी । इस घटना में एक शख्स रेल से उतर रहा था , रेल थोड़ा धीमे थी उसी वक्त उस शख्स का पैर रेल के चक्को तले लपेट में आ गया और रेलगाड़ी उसे घसीटते कुछ दूर तक ले गई । उस शख्स का पैर पूरी तरह से कट चुका था । वह दर्द के मारे चिल्ला रहा था । लेकिन खुदा का शुक्र था कि उसकी जान नहीं गई । उसी समय वहां के पुलिस अधिकारी ने उसे जल्द से जल्द एंबुलेंस में उठाया और हॉस्पिटल पहुंचा कर उसका इलाज करवाया । उसकी जान तो बच गई लेकिन उसका पैर चला गया । बहुत अफसोस की बात है कि लोग रेलगाड़ी से उतरते समय अपना ध्यान नहीं रखते । खुदा ना करे या घटना किसी और के साथ हो । मेरे प्रिय मित्र अनुराग तुम अपना अच्छे से ख्याल रखना । अपना सावधानी बरतना ।
तुम्हारा प्रिय मित्र
निशांत पाणिनि
Explanation:
Answer:
शिलालेख एपार्टमेंन्ट , राजकोट से मनन पटेल वडोदरा मे रहनेवाले अपने मित्र अनुराग को रेल - दुर्घटना का आँखो देखा हाल लिख भेजता है ।
स्थान :- राजकोट , पटेल बड़ोदरा
दिनांक :- ०९/०२/२०
प्रिय अनुराग
मैं कुशलता से हूं आशा करता हूं तुम भी ठीक-ठाक और स्वस्थ होंगे । दरअसल मैं इस पत्र के माध्यम से तुम्हें यह बताना चाहता हूं कि जब मैं तुम्हारे यहां से राजकोट से अपने यहां पटना आ रहा था कल महीने स्टेशन पर एक आंखों देखी घटना देखी । इस घटना में एक शख्स रेल से उतर रहा था , रेल थोड़ा धीमे थी उसी वक्त उस शख्स का पैर रेल के चक्को तले लपेट में आ गया और रेलगाड़ी उसे घसीटते कुछ दूर तक ले गई । उस शख्स का पैर पूरी तरह से कट चुका था । वह दर्द के मारे चिल्ला रहा था । लेकिन खुदा का शुक्र था कि उसकी जान नहीं गई । उसी समय वहां के पुलिस अधिकारी ने उसे जल्द से जल्द एंबुलेंस में उठाया और हॉस्पिटल पहुंचा कर उसका इलाज करवाया । उसकी जान तो बच गई लेकिन उसका पैर चला गया । बहुत अफसोस की बात है कि लोग रेलगाड़ी से उतरते समय अपना ध्यान नहीं रखते । खुदा ना करे या घटना किसी और के साथ हो । मेरे प्रिय मित्र अनुराग तुम अपना अच्छे से ख्याल रखना । अपना सावधानी बरतना ।
तुम्हारा प्रिय मित्र
Jatin verma
hope it helps you