श्रृंगार रस में बिछडऩे वाले पक्ष को क्या कहते है
Answers
Answered by
1
Answer:
वियोग श्रृंगार
इसे ‘ विप्रलंभ श्रृंगार ‘ भी कहा कहा जाता है। वियोग श्रृंगार वहां होता है जहां नायक-नायिका में परस्पर उत्कट प्रेम होने के बाद भी उनका मिलन नहीं हो पाता। इसके अंतर्गत विरह से व्यथित नायक-नायिका के मनोभावों को व्यक्त किया जाता है-
” अति मलीन वृषभानु कुमारी
हरि ऋम जल संतर तनु भीजै ,
ता लालत न घुआवति सारी। ”
“मधुबन तुम कत रहत हरे , विरह वियोग श्याम – सुंदर के ठाड़े क्यों न जरें। ”
प्रस्तुत अंश में सूरदास जी ने कृष्ण के वियोग में राधा के मनोभावों एवं दुख का वर्णन किया है , अतः यहां वियोग श्रृंगार है।
Similar questions