श्रीलंका के प्रमुख राजनीति दलों के बुनियादी झुकाओ का वर्णन कीजिये
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श्रीलंका के नए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने आज सभी राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय एकता सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और सभी अल्पसंख्यकों को उचित मान्यता देकर धार्मिक सद्भाव के लिए काम करने का संकल्प लिया।
कोलंबो : श्रीलंका के नए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने आज सभी राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय एकता सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और सभी अल्पसंख्यकों को उचित मान्यता देकर धार्मिक सद्भाव के लिए काम करने का संकल्प लिया।
राष्ट्रपति चुनाव में महिंदा राजपक्षे को मात देने के बाद पहली बार सिरिसेना कैंडी शहर से राष्ट्र को संबोधित किया और कहा, ‘मैं सभी पार्टियों को राष्ट्रीय एकता सरकार की सरकार में शामिल होने का न्यौता देता हूं।’ सिरिसेना ने कहा कि चुनावी घोषणापत्र में किए वादे के मुताबिक राष्ट्रपति की कार्यपालिका संबंधी शक्तियां संसद को प्रदान की जाएगीं।राष्ट्रपति चुनाव में महिंदा राजपक्षे को मात देने के बाद पहली बार सिरिसेना कैंडी शहर से राष्ट्र को संबोधित किया और कहा, ‘मैं सभी पार्टियों को राष्ट्रीय एकता सरकार की सरकार में शामिल होने का न्यौता देता हूं।’ सिरिसेना ने कहा कि चुनावी घोषणापत्र में किए वादे के मुताबिक राष्ट्रपति की कार्यपालिका संबंधी शक्तियां संसद को प्रदान की जाएगीं।
उन्होंने कहा कि गरीबी का उन्मूलन उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी। नए राष्ट्रपति ने मित्रतापूर्ण विदेश नीति के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का वादा किया। सिरिसेना ने कहा कि उनकी सरकार बहुसंख्यक धर्म बौद्ध को कायम रखेगी और सभी अल्पसंख्यको को उचित मान्यता देकर धार्मिक सद्भाव लाएगी।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे की ओर से इशारा करते हुए कहा, ‘इस देश में राजा की जरूरत नहीं है, बल्कि जनता के एक सच्चे सेवक की जरूरत है।’ श्रीलंका में तमिल और मुस्लिम प्रमुख अल्पसंख्यक हैं।
कोलंबो : श्रीलंका के नए राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने आज सभी राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय एकता सरकार में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया और सभी अल्पसंख्यकों को उचित मान्यता देकर धार्मिक सद्भाव के लिए काम करने का संकल्प लिया।
राष्ट्रपति चुनाव में महिंदा राजपक्षे को मात देने के बाद पहली बार सिरिसेना कैंडी शहर से राष्ट्र को संबोधित किया और कहा, ‘मैं सभी पार्टियों को राष्ट्रीय एकता सरकार की सरकार में शामिल होने का न्यौता देता हूं।’ सिरिसेना ने कहा कि चुनावी घोषणापत्र में किए वादे के मुताबिक राष्ट्रपति की कार्यपालिका संबंधी शक्तियां संसद को प्रदान की जाएगीं।राष्ट्रपति चुनाव में महिंदा राजपक्षे को मात देने के बाद पहली बार सिरिसेना कैंडी शहर से राष्ट्र को संबोधित किया और कहा, ‘मैं सभी पार्टियों को राष्ट्रीय एकता सरकार की सरकार में शामिल होने का न्यौता देता हूं।’ सिरिसेना ने कहा कि चुनावी घोषणापत्र में किए वादे के मुताबिक राष्ट्रपति की कार्यपालिका संबंधी शक्तियां संसद को प्रदान की जाएगीं।
उन्होंने कहा कि गरीबी का उन्मूलन उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी। नए राष्ट्रपति ने मित्रतापूर्ण विदेश नीति के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का वादा किया। सिरिसेना ने कहा कि उनकी सरकार बहुसंख्यक धर्म बौद्ध को कायम रखेगी और सभी अल्पसंख्यको को उचित मान्यता देकर धार्मिक सद्भाव लाएगी।
उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे की ओर से इशारा करते हुए कहा, ‘इस देश में राजा की जरूरत नहीं है, बल्कि जनता के एक सच्चे सेवक की जरूरत है।’ श्रीलंका में तमिल और मुस्लिम प्रमुख अल्पसंख्यक हैं।
ajit94:
thoda aur lamba ni milega
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