शेर और चूहे की कहानी
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एक बार की बात है, किसी जंगल में एक चूहा रहता था। एक दिन जब वो अपनी बिल की तरफ लौट रहा था, तो उसने एक गुफा में एक शेर को आराम करते देखा। शेर को मजे में सोते हुए देख चूहे के मन में शरारत सूझी। चूहा शेर की गुफा में जा घुसा और शेर के ऊपर चढ़ गया। वह शेर के ऊपर खूब उछल-कूद करने लगा और उसके बाल खींचने लगा।
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शेर और चूहे की कहानी | Sher Aur Chuha Ki Kahani
ARPITA BISWAS द्वारा लिखित
DECEMBER 30, 2019
Lion and mouse story
एक बार की बात है, किसी जंगल में एक चूहा रहता था। एक दिन जब वो अपनी बिल की तरफ लौट रहा था, तो उसने एक गुफा में एक शेर को आराम करते देखा। शेर को मजे में सोते हुए देख चूहे के मन में शरारत सूझी। चूहा शेर की गुफा में जा घुसा और शेर के ऊपर चढ़ गया। वह शेर के ऊपर खूब उछल-कूद करने लगा और उसके बाल खींचने लगा।
चूहे की शरारतों से शेर की नींद खुल गई और उसने चूहे को अपने नुकीले पंजों में दबोच लिया। चूहे ने जब शेर के पंजे में खुद को पाया, तो वो समझ चुका था कि शेर के गुस्से से अब उसे कोई नहीं बचा सकता और आज उसकी मौत तय है।
चूहा बुरी तरह डर गया और रो-रोकर शेर से विनती करने लगा कि शेर जी, मुझे मत मारो, मुझसे भूल हो गई, मुझे जाने दो। अगर आज आप मुझे जाने देंगे, तो मैं आपके इस उपकार के बदले भविष्य में जब भी आपको किसी मदद की जरूरत होगी, मैं आपकी मदद करूंगा।
चूहे की बातें सुनकर शेर की हंसी निकल गई। शेर ने कहा कि तुम तो खुद इतने छोटे हो, मेरी मदद क्या करोगे। चूहे की विनती सुनकर शेर को उस पर दया आ गई और उसने चूहे को छोड़ दिया। चूहे ने शेर को धन्यवाद बोला और वहां से चला गया।
कुछ दिनों बाद जब शेर खाने की तलाश में इधर-उधर घूम रहा था, तभी अचानक किसी शिकारी के फैलाए जाल में फंस गया। शेर ने खुद को जाल से निकालने की भरपूर कोशिश की, लेकिन निकल नहीं पाया। काफी देर कोशिश करने के बाद शेर ने मदद के लिए दहाड़ लगानी शुरू की।
उसी वक्त वो चूहा उधर से गुजर रहा था कि उसने शेर की दहाड़ने की आवाज सुनी। वो भागकर शेर के पास गया और शेर को जाल में फंसा देख चौंक गया। उसने बिना देर करते हुए अपने नुकीले दांतों से जाल को काटना शुरू किया और कुछ ही देर में उसने पूरे जाल को काटकर शेर को आजाद कर दिया। चूहे की इस मदद से शेर की आंखें भर आईं और नम आंखों से शेर ने चूहे को धन्यवाद किया और दोनों वहां से चले गए। फिर शेर और चूहा अच्छे दोस्त बन गए।
एक शेर था। वह गहरी नींद में सो रहा था। तभी वहाँ घूमता हुआ
एक चूहा आया और शेर के ऊपर चढ़कर उछल-कूद करने लगा।
चूहे के उछल-कूद करने से शेर की नींद खुल गई और उसने गुस्से
से चूहे को अपने पंजे में पकड़ लिया।
शेर- मैं तुम्हें खा जाऊंगा।
चूहा- मुझे माफ कर दो। मैं अब आपको कभी तंग नहीं करूंगा।
समय आने पर मैं आपकी मदद करूंगा।
शेर- तुम जैसा छोटा चूहा मेरे किस काम आएगा? जाओ। मैं
तुम्हें माफ करता हूं।
( शेर ने गुर्राते हुए कहा।)
(शेर ने चूहे को छोड़ दिया और चूहा अपने दिल में चला गया। )
( एक दिन शेर किसी शिकारी के जाल में फंस गया और बाहर
निकलने के लिए गुस्से में दहाड़ नहीं लगा।)
(चूहा शेर की दहाड़ सुनकर बिल से बाहर निकला और शेर को
देखकर पहचान गया कि यह
था।)
शेर है जिसने मुझे माफ किया
Scanned with CamScanner
चूहा- घबराओ नहीं, शेर भाई! मैं अभी आपकी मदद करता हूँ।
(चूहे ने अपने तेज दातों से शेर का जाल काट दिया और शेर
जाल से बाहर आ गया।)
शेर- चूहे भाई मैं तुम्हें छोटा और किसी काम का न आने वाला
समझ रहा था। लेकिन आज तुम्ही ने मेरी जान बचाई। धन्यवाद !
चूहा- तुमने भी तो मुझे माफ करके छोड़ दिया था। चलो आज से
हम दोनों दोस्त हुए।