शारीरिक शिक्षा के बगैर मानव जीवन खतरे में पड़ सकता है। इसे उक्ति को स्पष्ट कीजिए।
Answers
sharirik shiksa:-
kyo ki agar hame ye hi nahi pata hoga ki hum sawasth hai ki nai toh Hume apni kamzori ka kaise pata chalega.
Answer:
शारीरिक शिक्षा जीवित रहने के लिए आवश्यक है। शारीरिक शिक्षा बालक के जन्म से लेकर व्यक्ति की मृत्यु तक चलने वाली एक सतत प्रक्रिया है। किसी भी व्यक्ति के सर्वांगीण विकास हेतु शारीरिक शिक्षा अत्यंत आवश्यक है और स्वस्थ रहने के लिए शारीरिक शिक्षा बेहद जरूरी हो जाती है, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है। शारीरिक शिक्षा से लोगों का मस्तिष्क सजग होता है।
शारीरिक शिक्षा से स्वास्थ्य और बीमारियों की जानकारी मिलती है, जिससे उन बीमारियों से बचाव किया जा सके। शारीरिक शिक्षा से शरीर को सुंदर बनाया जा सकता है। शारीरिक शिक्षा से अनुशासन से जीने में मदद करती है, क्योंकि इससे हमें अपने शरीर के प्रति व्यवस्थित रूप से जीने की प्रेरणा मिलती है। शारीरिक शिक्षा सहन शक्ति को बढ़ाती है। किसी भी अच्छे व्यक्ति के चरित्र के निर्माण के लिए शारीरिक शिक्षा आवश्यक है। शारीरिक शिक्षा मनुष्य में अंदरूनी क्षमता बढ़ाने में मदद करती है।
शारीरिक शिक्षा के बारे में जानना हमारे लिए बहुत जरूरी है |
इससे तात्पर्य स्वस्थ शरीर, मन और आचरण का प्रशिक्षण देना है। शारीरिक व्यायाम व खेल आदि क्रियाएँ शरीर को तंदरुस्त व क्रियाशील बनाते हैं | इसमें यह सिखाया जाता है कि कैसे अपने शरीर को स्वस्थ रखना है | शारीरिक शिक्षा के माध्यम से हम अपने शरीर को स्वास्थ्य बना सकते है |