Hindi, asked by yadavsudhanshu231, 2 days ago

-श्रम की पूजा करने से कवि का क्या आशय है?
chapter name - तुम श्रम की पूजा करो
Book - Niharika
Class 8th
answer me as soon as possible ​

Answers

Answered by itzvanquisherqueen
0

कवि का इस पंक्ति से आशय यह है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी काम को करने से छोटा या बड़ा नहीं होता है। ... 'ऐसे थे गाँधीजी' सम्बोधन में कवि का संकेत इस बात की ओर है कि श्रम को ही गाँधी ईश्वर मानते थे। कर्म करना ईश्वर की पूजा करना है।

Answered by Shredhky
2

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