श्रवण कुमार' खण्डकाव्य के कथनक का विवरण देते हुए उसके महत्व को स्पष्ट कीजिए।
Answers
Answered by
1
Answer:
अन्तर्मुखी भावों की अभिव्यक्ति श्रवण कुमार खण्डकाव्य में मार्मिक स्थलों की कुशल अभिव्यक्ति की गई है। स्वप्न देखते समय, श्रवण कुमार को तीर से मरते देखकर, अभिशाप सर्ग में दशरथ का पश्चाताप एवं दु:ख प्रकट हुआ है। तीर लगने के बाद श्रवण कुमार की मन:स्थिति का चित्रण कवि ने बड़ी कुशलता से किया हैं।
Explanation:
I hope you liked my answer so please mark me as brainliest
Similar questions