Hindi, asked by devam133, 3 months ago

शास्त्री जी के लिए क्रम क्या था (a) धर्म (b) ईश्वर​

Answers

Answered by sd9795553
3

Answer:

शास्त्रों ने अर्थ को मानव की सुख-सुविधाओं का मूल माना है। धर्म का भी मूल, अर्थ है (चाणक्यसूत्र १/२) । सुख प्राप्त करने के लिए सभी अर्थ की कामना करते हैं। इसलिए आचार्य कौटिल्य त्रिवर्ग में अर्थ को प्रधान मानते हुए इसे धर्म और काम का मूल कहा है।

Answered by shaurya857988
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शास्त्री जी के लिए धर्म

कर्म था

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