शास्त्री जी के पास प्रधानमंत्री बनने के बाद भी कोई निजी घर नहीं था इस बात से क्या संदेश मिलता है
Answers
Answered by
1
Answer:
वह मंत्रिपरिषद की बैठकों में सभापति का पद ग्रहण करता है. मंत्रिपरिषद के कार्यों, निर्णयों, नीति-निर्धारण इत्यादि में उसका सबसे अधिक हाथ रहता है. वह मंत्रिपरिषद का नेता है और सभी विभागों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने का उसे अधिकार है. वह विभिन्न विभागों के मतभेद को सुलझाता है और राष्ट्र की नीति निर्धारित करता है.
Similar questions
English,
8 days ago
Political Science,
8 days ago
English,
16 days ago
Physics,
16 days ago
Social Sciences,
9 months ago
English,
9 months ago