शास्त्री तथा चित्रपट संगीत में क्या अंतर ह। 223
समय उच्चार का त्या अर्थ है ? यह लता के गायन में दिस प्रकार कर
र लाज को संगीत अभिरूचि को किस प्रकार संस्कारित किया है
(ग) कुमार गधने लता को बेजोड गायिका क्यों कहा है ?
तक मंगेशकर के गायन भारतीय लागों की अभिरूचि को किस प्रकार "
अथवा
लता ने चित्रपट-संगीत में मुख्यतया किस प्रकार के गाने गाए है और क्या?
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Answer:
प्रश्न - कुमार गंधर्व ने लता को बेजोड़ गायिका क्यों कहा ?
उत्तर -
कुमार गंधर्व के अनुसार लता मंगेशकर भारतीय गायिकाओं में बेजोड़ है | उनके मुकाबले खड़ी होने वाली एक भी गायिका नजर नहीं आती उनसे पहले नूरजहां का सिक्का चलता था | परंतु लता ने उन्हें बहुत पीछे छोड़ दिया | पिछले 50 वर्षों से वे गायिका के क्षेत्र में पूरी तरह छाई हुई है यद्यपि इस लंबी अवधि में अनेक गायिकाएं उभरी किंतु लता का स्थान सदैव उनके ऊपर बना रहा 50 साल के बाद भी आज उनका स्वर पहले की तरह कोमल सुरीला मनभावन बना हुआ है | लता बेजोड़ इसलिए भी है कि उनके गान में गानपन पूरी तरह मौजूद है | शास्त्रीय संगीत से परिचित होती हुई भी सुगम संगीत में गाती हैं | अपनेतथा अपने सुरीले पन और गूंज से सभी श्रोताओं को सीधे प्रभावित करती हैं उनके गानों को सुनकर देश के आम गायकों और श्रोताओं की संगीत अभिरुचि परिष्कृत हुई है |
प्रश्न - नाद में उच्चारण का क्या अर्थ है यह लता के गायन में किस प्रकार प्रकट हुआ है ?
उत्तर -
नाद में उपचार का अर्थ है उच्चारण में गूंज का होना | लता के गायन में यह विशेषता है कि उनकी एक शब्द की गूंज दूसरे शब्द की गूंज में इस तरह मिल जाती है कि दोनों एक दूसरे में लीन हो जाते हैं | यह विशेषता केवल लता के स्वर में ही है |
3. लता मंगेशकर ने चित्रपट संगीत में मुख्यतया करुण व श्रृंगार रस के गाने गाए हैं। उन्होंने अनेक प्रयोग किए हैं उन्होंने राजस्थानी, पंजाबी, बंगाली व मराठी लोकगीतों को अपनाया है। लता जी ने पंजाबी लोकगीत, रूक्ष और निर्जल राजस्थान में बादल की याद दिलाने वाले गीत, पहाड़ों की घाटियों में प्रतिध्वनित होने वाले पहाड़ी गीत गाए हैं।
Explanation:
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