शांत रस का उदाहरण दीजिए
Answers
उदाहरण :
Shant Ras ke Udaharan
जब मै था तब हरि नाहिं अब हरि है मै नाहिं
सब अँधियारा मिट गया जब दीपक देख्या माहिं
देखी मैंने आज जरा
हो जावेगी क्या ऐसी मेरी ही यशोधरा
हाय! मिलेगा मिट्टी में वह वर्ण सुवर्ण खरा
सुख जावेगा मेरा उपवन जो है आज हरा
लम्बा मारग दूरि घर विकट पंथ बहुमार
कहौ संतो क्युँ पाइए दुर्लभ हरि दीदार
शांत रस का आसान उदाहरण l
इसका उदाहरण है जब मनुष्य के मन में आनंद का अभाव हो उसे रस कहते हैं और जब मनुष्य का पूरा ध्यान अध्यात्मिक की और लग जाता है और दुनिया से मोह खत्म होने का भाव उत्पन्न हो जाता है उसके मन को शान्ति प्राप्त होती है उसे शांत रस कहते है |
जहां पर संसार के प्रति उदासीनता के भाव का वर्णन किया गया हो वहां पर शांत रस होता है| जहाँ पर न दुःख होता है, न ही द्वेष होता है मनुष्य का मन सांसारिक कार्यों से मुक्त हो जाता है, और वो सब छोड़ के शान्ति की और भागता है|
उदाहरण l
बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर. इस पंक्ति मेंमें शांत रस है|
इन पंक्ति में लिखा है खजूर के पेड़ कि तरह सिर्फ बड़े होने से कुछ नहीं होता.
खजूर का पेड़, जो इतना बड़ा होता है यह किसी को धूप के समय के समय छाया नहीं दे सकता | खजूर का पेड़ से आसानी से फल तोड़ के अपनी भूख भी नहीं मिटा सकता है |
बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर.
Read more
https://brainly.in/question/2811979
मैया मोरी मैं नहीं माखन खायो| ख्याल परे ये सखा सबै, मिली मेरो मुख लपटायो | what is the ras evoked in this sentence...if u could please give me the meaning of the sentence too