शीतकालीन का प्रोजेक्ट
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ऋतुओं का परिवर्तन प्रकृति का नियम है। प्रत्येक ऋतु में प्रकृति अपने नए रंग में नजर आती है । गरमी में जहाँ भगवान भास्कर आग बरसाते हैं, वहीं बरसात में इन्द्रदेव बारिश की बूंदों से धरती को हरा-भरा रखते हैं। बरसात के बाद जब शीत ऋतु आती है तो वातावरण में ठंडी लहर दौड जाती है । अँगरेजी महीने के हिसाब से दिसंबर जनवरी तथा हिन्दी महीने के हिसाब से पौष-माघ में सबसे अधिक ठंड पड़ती है।
शीत ऋतु मोटे तौर पर आनन्ददायक ऋतु है । पसीने की चिप-चिप और वातावरण की उमस से छुटकारा मिल जाता है । कभी अग्नि के बाण बरसाने वाले सूर्यदेव हारकर ठंडे पड़ जाते हैं । अत्यधिक सरदी की स्थिति में आग का सहारा लेना पड़ता है । चारों ओर अत्यंत ठंडी बर्फीली हवाएँ चलती हैं। घर के भीतर ही कुछ राहत मिलती है । दिन में रूई के समान सफेद बादल सूरज के प्रभाव को और भी कम कर देते हैं । कहासों के छाने से दृष्टिदोष उत्पन्न हो जाता है
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Step-by-step explanation:
मेतरा (नईदुनिया न्यूज)। शीतकालीन अवकाश 28 दिसंबर को खत्म हो गया, 29 से स्कूल कुल जाएंगे। दूसरी ओर हड़ताली शिक्षक नहीं लौटे हैं, जिसके चलते 11 दिसंबर से बने हालात एक बार फिर से नजर आएंगे। विद्यार्थियों के लिए परेशानी की बाद यह है कि पहली से आठवीं तक के विद्यार्थियों की मिडलाइन परीक्षा 29 दिसंबर से शुरू होगी। छात्र-छात्राएं परीक्षा देंगे इसकी व्यवस्था जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कर ली गई है, लेकिन सवाल यह है कि आखिर छात्र-छात्राएं परीक्षा में क्या लिखेंगे, क्योंकि 11 दिसंबर से शिक्षकों की हड़ताल के चलते पढ़ाई ठप है।
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने हिन्दी माध्यम स्कूलों के साथ ही स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के लिए भी समय-सारिणी जारी की है। पहली से पांचवीं तक के विद्यार्थियों का मिडलाइन आकलन 29 दिसंबर से एक जनवरी तक सुबह 8 बजे से 10.30 बजे तक होगा। छठवीं से आठवीं तक के विद्यार्थियों का 29 दिसंबर से चार जनवरी तक सुबह 11 से दोपहर दो बजे तक होगा।
प्रश्नपत्र तैयार
आकलन के लिए प्रश्न पत्र तैयार कर जिलों को भेज दिए गए हैं। आकलन 40 अंकों का होगा, इसमें 30 अंक प्रश्न पत्र एवं 10 अंक प्रायोजना कार्य के होंगे। कक्षावार, विषयवार प्रायोजना कार्य में कुल तीन प्रश्न पत्र होंगे, जिसमें से कोई दो पर कार्य करना अनिवार्य होगा। प्रायोजना कार्य में प्रत्येक प्रश्न पर पांच-पांच अंक निर्धारित है। प्रायोजना कार्य लर्निंग आउटकम्स पर आधारित है। विद्यार्थियों को प्रयोजना कार्य पूरा करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। शिक्षक, कक्षा, विद्यालय के बाहर के प्रोजेक्ट कार्य अपने मार्गदर्शन में कराएंगे। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट स्कूलों में मूल्यांकन के आधार पर बच्चों को ग्रेड दिया जाएगा।
मिडलाइन आकलन के लिए जारी समय-सारिणी के अनुसार 29 दिसंबर को कक्षा पहली और तीसरी में हिन्दी, दूसरी में गणित, चौथी में पर्यावरण और पांचवीं में अंग्र्रेजी विषय का आकलन होगा। 30 दिसम्बर को पहली, तीसरी और पांचवीं में गणित, दूसरी में हिंदी और चौथी में अंग्रेजी का आकलन किया जाएगा। 31को पहली, दूसरी में अंग्रेजी, तीसरी में पर्यावरण, चौथी में गणित और पांचवीं में हिन्दी का आकलन होगा। एक जनवरी को तीसरी में अंग्र्रेजी, चौथी में हिन्दी और पांचवीं में पर्यावरण विषय का आकलन होगा। पूर्व माध्यमिक में 29 दिसंबर को छठवीं में हिन्दी, सातवीं में गणित और आठवीं में विज्ञान विषय का आकलन होगा, 30 छठवीं में गणित, सातवीं में अंग्रेजी और आठवीं में हिन्दी का आकलन होगा। 31को छठवीं में अंग्रेजी, सातवीं में हिंदी और आठवीं में गणित विषय का आकलन किया जाएगा। एक जनवरी को छठवीं में सामाजिक विज्ञान, सातवीं विज्ञान, आठवीं में संस्कृत एवं उर्दू का आकलन होगा। तीन जनवरी को छठवीं में विज्ञान, सातवीं में संस्कृत एवं उर्दू, आठवीं में सामाजिक विज्ञान का आकलन किया जाएगा। चार जनवरी को छठवीं में संस्कृत एवं उर्दू, सातवीं में सामाजिक विज्ञान तथा आठवीं में अंग्रेजी विषय का आकलन होगा।