शुद्ध आचरण और सदाचार ही धर्म के स्पष्ट चिन्ह है इस कथन की सार्थकता सिद्ध कीजिए ? class 9th hindi darm ki add
Answers
शुद्ध आचरण और सदाचार ही धर्म के स्पष्ट चिन्ह है |
हम मनुष्य का कर्तव्य है, हमें अपने धर्म का पालन करना और हमारा धर्म हमें शुद्ध आचरण और सदाचार में रहना सिखाता है| मनुष्य को सब के साथ शुद्ध आचरण के व्यवहार के साथ रहना चाहिए| हमेशा दूसरों के साथ सदाचार के साथ रहना चाहिए|
यदि हम धर्म के बताए हुए रास्ते में चलेंगे तो समाज में हमारी अच्छी जगह होगी | सभी लोग हमारी इज्ज़त करेंगे| जब हम अपना व्यवहार दूसरों के प्रति अच्छा, सदाचार पूर्ण रखेंगे तब हम सबको आसानी से समझ सकते है
दूसरों को सुधारने से अच्छा तो हमें पहले अपने को सुधारना होगा , हमें धर्म के रास्ते में चलना होगा | तभी हम दूसरों को सिखा सकते है| हमारा धर्म हमें दूसरों के साथ दया , प्रेम की भावना रखना सिखाता है| हमारे अच्छे संस्कार हमें सब से अलग बनाते है| हमें सबके साथ शुद्ध वाणी का प्रयोग करना चाहिए| यही हमारा धर्म है|
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Explanation:
शुद्ध आचरण और सदाचार ही धर्म के स्पष्ट चिन्ह है |
हम मनुष्य का कर्तव्य है, हमें अपने धर्म का पालन करना और हमारा धर्म हमें शुद्ध आचरण और सदाचार में रहना सिखाता है| मनुष्य को सब के साथ शुद्ध आचरण के व्यवहार के साथ रहना चाहिए| हमेशा दूसरों के साथ सदाचार के साथ रहना चाहिए|
यदि हम धर्म के बताए हुए रास्ते में चलेंगे तो समाज में हमारी अच्छी जगह होगी | सभी लोग हमारी इज्ज़त करेंगे| जब हम अपना व्यवहार दूसरों के प्रति अच्छा, सदाचार पूर्ण रखेंगे तब हम सबको आसानी से समझ सकते है
दूसरों को सुधारने से अच्छा तो हमें पहले अपने को सुधारना होगा , हमें धर्म के रास्ते में चलना होगा | तभी हम दूसरों को सिखा सकते है| हमारा धर्म हमें दूसरों के साथ दया , प्रेम की भावना रखना सिखाता है| हमारे अच्छे संस्कार हमें सब से अलग बनाते है| हमें सबके साथ शुद्ध वाणी का प्रयोग करना चाहिए| यही हमारा धर्म है|