Hindi, asked by 22mahi, 1 year ago

शुद्ध आदर्श की तुलना सोने से और व्यावहारिकता की तुलना ताँबे से क्यों की गई है? ‘पतझर में टूटी पत्तियाँ’ पाठ के आधार पर लिखिए l

Answers

Answered by XxMissPaglixX
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♡Answer♡:-

सुधा आदर्श में किसी प्रकार का समझौता नहीं होता वह पूर्ण शुद्ध होता है इसीलिए उसे सोना कहा गया है व्यवहारिकता के नाम पर आदर्शों से समझौता किया जाता है उसमें खोट होता है अंत उसे तांता कहा गया है ।

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Thank you

Answered by shivamkasana192
1

Answer:

kyuki sudh aadarh adarhuc ke channel pr hai

Explanation:

bhot accche hote hai sudh aadarsh or vyavharikta milne pr ve or majbut ho jaate hai I

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