श्याम / श्यामा पांडेय, गजानन सोसाइटी, तिलक नगर, कोल्हापुर से अपने मित्र / सहेली
अमित / अमिता शर्मा, 10/37, मीरा सोसाइटी, नाशिक को कथाकथन प्रतियोगिता मेंप्रथम पुरस्कार प्राप्त होने
केउपलक्ष्य मेंबधाई देतेहुए पत्र लिखता / लिखती है
Answers
गजानन सोसायटी,
तिलक नगर,
कोल्हापुर।
11 मार्च, 2019
प्रिय अमिता शर्मा,
सादर प्रणाम।
क्षमा चाहती हूं कि मैं आपको कई दिन से पत्र नहीं लिख पाई। वैसे में आलसी तो नहीं हूं पर आपकी तरह ही बिना किसी कारण से पत्र नहीं लिख पाती, वैसे ये मैनें आप ही से सीखा हैं। बुरा मत मानना आप ने कई भी दिनों से पत्र नहीं लिखा।
मुझे ये जानकर बड़ी खुशी हुई कि कथाकथन प्रतियोगिता में आपने प्रथम स्थान हासिल किया हैं। आज ही मुझे पता चला हैं। वैसे मैं जानती थी कि आप वास्तव में बहुत प्रतिभावान हैं किन्तु मेरे जानने से क्या होता हैं क्योंकि मैं तो मित्र हूं और मित्र की प्रशंसा का कोई अर्थ नहीं होता। प्रशंसा तो शत्रु भी करें या कोई और करें, तब उसका महत्त्व होता हैं। आज सभी आपकी प्रशंसा कर रहे हैं। आपने यह प्रतियोगिता जीतकर वास्तव में हमें गौरवान्वित किया हैं। आपको मेरी तरफ से बहुत बहुत बधाई।
चाचाजी और चाचीजी को मेरा चरण स्पर्श कहना और छोटू को मेरा प्यार कहना।
10/37, मीरा सोसायटी, तुम्हारी मित्र,
नाशिक। श्यामा पांडेय,