शब्द अर्थ संगम सहित भरे चमत्कृत भाय। जग अद्भुत में अद्भुतहिँ सुखदा काव्य बनाए पंक्ति है
(A) रुद्रट ने
(B) पंडितराज जगन्नाथ को
(C) राजशेखर
(D) ग्वाल कवि रसिकानंद
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सही विकल्प है...
➲ (D) ग्वाल कवि रसिकानंद
✎... ‘शब्द अर्थ संगम सहित भरे चमत्कृत भाय। जग अद्भुत में अद्भुतहिँ सुखदा काव्य बनाए’ ये पंक्ति ‘ग्वाल कवि रसिकानंद’ की है। ग्वाल कवि रसिकानंद 18वीं-19वीं शताब्दी में हिंदी के प्रसिद्ध कवि थे। उनका जन्म 1791 ईस्वी में वृंदावन (मथुरा) में हुआ था। उनके पिता का नाम सेवाराम भट्ट था। उनके द्वारा रचित ग्रंथों के नाम हैं, जमुना लहरी, हमीर हठ, राधाष्टक, रसिकानंद, कवि दर्पण, रसरंग आदि।
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