शब्द को कितने आधारों पर बाँटा गया है? लिखो।
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शब्द को दो आधार पर बाता गया है
दो या दो से अधिक वर्णो से बने ऐसे समूह को 'शब्द' कहते है जिसका कोई न कोई अर्थ निकलता हो। या वर्णों या ध्वनियों के सार्थक वर्णसमुदाय को 'शब्द' कहते है। ... इन शब्दों की रचना दो या दो से अधिक वर्णों के मेल से हुई
Answer:
शब्द को अलग-अलग आधार बनाकर अंतर रखा गया है शब्दों को निम्नलिखित आधार पर बाटा गया है
1. बनावट या व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद।
2. उत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद।
3. प्रयोग के आधार पर शब्द भेद।
4. अर्थ के आधार पर शब्द भेद।
1.) व्युत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद : - इसमें तीन प्रकार के शब्द आते हैं।
रूढ : जो शब्द किसी अन्य शब्दों के मेल से न बने हों और किसी विशेष अर्थ को बताते हों तथा जिनके टुकड़ों का कोई अर्थ न हो, वो रूढ़ शब्द कहलाते हैं।
जैसे:-
कल, हम।
'कल' के टुकड़े करने पर क, ल शब्द का कोई अर्थ नहीं रह जाता है।
2.) उत्पत्ति के आधार पर शब्द भेद: - उत्पत्ति के आधार पर शब्द के चार भेद हैं।
तत्सम : जो शब्द संस्कृत भाषा से बिना किसी परिवर्तन के लिए गए हैं, वो तत्सम शब्द कहलाते हैं। जैसे: अग्नि, रात्रि, सूर्य, क्षेत्र वायु आदि।
तद्भव : जो शब्द रूप बदलने के बाद संस्कृत से हिन्दी भाषा में आए हैं, वो तद्भव कहलाते हैं। आग (अग्नि), खेत (क्षेत्र), रात (रात्रि), सूरज(सूर्य) आदि।
देशज : जो शब्द क्षेत्रीय भाषा के प्रभाव के कारण प्रचलित हो गए हैं,वो देशज शब्द कहलाते हैं। जैसे:- पगड़ी, गाड़ी, थैला, खटखटाना आदि।
विदेशज : विदेशी भाषा के संपर्क से उनके बहुत से शब्द हिन्दी में प्रयुक्त होने लगे हैं, वो विदेशज शब्द कहलाने लगे हैं।
3) प्रयोग के आधार पर शब्द भेद : - प्रयोग के आधार पर शब्द के आठ भेद हैं।
संज्ञा
सर्वनाम
विशेषण
क्रिया
क्रिया विशेषण
संबंधबोधक
समुच्चयबोधक
विस्मयादिबोधक
इन आठ प्रकार के शब्दों को भी विकार की दृष्टि से दो भागों में बाँटा गया है।
4.) अर्थ के आधार पर शब्द भेद :- अर्थ के आधार पर शब्द के दो भेद हैं।
सार्थक शब्द :- जिन शब्दों का कुछ न कुछ अर्थ हो, वो सार्थक शब्द कहलाते हैं। जैसे : आम, रोटी, ममता, पानी, आरती आदि। इन सारे शब्दों का एक या एक से अधिक अर्थ है। आम, रोटी ये खाने की चीजें हैं। ममता माँ के प्यार से जुड़ा है। उसी तरह पानी पीने के काम आता है।
निरर्थक शब्द :- जिन शब्दों का कोई अर्थ न हो वो निरर्थक शब्द कहलाते हैं। कई बार कुछ शब्दों को हम बोलने में प्रयोग में लाते हैं लेकिन उसका कोई अर्थ नहीं होता है तो वे निरर्थक शब्द हो जाते हैं। जैसे: पानी- वानी, डंडा- वंडा, रोटी- वोटी या ऐसे ही शब्द। इन शब्दों में रोटी का मतलब खाने से है लेकिन साथ बोला गया वोटी शब्द निरर्थक है,क्योंकि उसका कुछ अर्थ नहीं है।