शब्द-युग्म कितने प्रकार के होते हैं?
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युग्म शब्द
युग्म शब्द की परिभाषा :-
हिंदी के अनेक शब्द ऐसे हैं, जिनका उच्चारण प्रायः समान होता हैं। किंतु, उनके अर्थ भिन्न होते है। इन्हे 'युग्म शब्द' कहते हैं।
दूसरे शब्दों में- हिन्दी में कुछ शब्द ऐसे हैं, जिनका प्रयोग गद्य की अपेक्षा पद्य में अधिक होता है। इन्हें 'युग्म शब्द' या 'समोच्चरितप्राय भित्रार्थक शब्द' कहते हैं।
अतएव, वैसे शब्द, जो उच्चारण की दृष्टि से असमान होते हुए भी समान होने का भ्रम पैदा करते हैं, युग्म शब्द अथवा 'श्रुतिसमभिन्नार्थक' शब्द कहलाते हैं। श्रुतिसमभिन्नार्थक का अर्थ ही है- सुनने में समान; परन्तु भिन्न अर्थवाले।
इस बात को हम नीचे दिए गए उदाहरण द्वारा समझने का प्रयास करेंगे।
इसी तरह, यदि किसी मेहमान के आने पर ऐसा कहा जाय : आइए, पधारिए, आप तो हमारे श्वजन हैं।
यदि अतिथि पढ़ा-लिखा है तो निश्चित रूप से वह अपमान महसूस करेगा; क्योंकि 'श्वजन' का अर्थ है, कुत्ता। इस वाक्य में 'श्वजन' के स्थान पर 'स्वजन' होना चाहिए।
युग्म शब्द के प्रकार
(1) समानार्थी
(2) विपरीतार्थी या भिन्नार्थक
(3) निरर्थक
Answer:
शब्द-युग्म के प्रकार :
(1) समानार्थी
(2) विपरीतार्थी या भिन्नार्थक
(3) निरर्थक
(1) समानार्थी :
इस प्रकार के युग्म-शब्द समान अर्थ की प्रतीति कराते हैं |
जैसे- काम - काज बाल - बच्चे आदि
(2) विपरीतार्थी या भिन्नार्थक:
इस प्रकार के युग्म-शब्द विलोम अर्थ की प्रतीति कराते हैं |जैसे- लेन - देन , सुख - दुःख आदि
(3) निरर्थक :
ये युग्म-शब्द निर्रथकता की प्रतीति कराते हैं |जैसे- अता - पता कागज - वागज आदि