Shabd Vakya Mein prayukt hone per kya kahlata hai udaharan dekar samjhaye
Answers
एक से अधिक वर्णों के मेल से बने सार्थक वर्ण-समूह शब्द कहलाते हैं।
जैसे -
सोहन, खीर, मीरा, खेलता, शतरंज इत्यादि।
दूसरे शब्दों में कहा जाता है कि -
1. शब्द वर्णों के मेल से बनते हैं।
2. शब्द सार्थक वर्ण-समूह या अक्षर-समूह होते हैं।
3. शब्द स्वतन्त्र रूप में प्रयुक्त होते हैं। वर्णों का वही समूह शब्द कहलाता है, जिसका प्रयोग स्वतन्त्र रूप से होता है।
जब आप एक से अधिक वर्णों को मिलाकर कोई शब्द बनाते हैं तो वो जरुरी नहीं कि शब्द कहा जाए वह एक सार्थक अर्थात अर्थपूर्ण शब्द होना चाहिए तभी उसे शब्द की परिभाषा दी जा सकती है।
उदाहरण के तौर पर देखिए -
क + ल + म = कलम
क + म + ल = कमल
ल + म + क = लमक
ल + क + म = लकम
हमने यहाँ चार उदाहरण दिए है। इन मे से केवल पहले दो उदाहरणों को ही शब्द कहा जा सकता है। बाकि दो को नहीं। ऐसा इसलिए है क्योंकि 'कलम' का अर्थ होता है 'लेखनी' और 'कमल' का अर्थ होता है 'विशेष प्रकार का फूल' ये दोनों शब्द किसी न किसी अर्थ को प्रकट करने वाले हैं अतः इन्हें शब्द की संज्ञा दी जा सकती है। परन्तु अन्य दो 'लकम' और 'लमक' किसी भी अर्थ को प्रकट नहीं करते, ये दोनों सार्थक वर्ण-समूह नहीं हैं अतः इन्हे शब्द नहीं कहा जा सकता।
यहाँ एक बात स्पष्ट हो जाती है कि केवल वर्णों के सार्थक समूह को ही शब्द की संज्ञा दी जा सकती है।
Answer:
पद is the answer
hope it help you