शबनम के अनुसार पेंसिल से लिखने से ज़्यादा फायदे क्यों होते हैं? कोई दो कारण लिखिए।
Chapter-पक्ष या विपक्ष
Hindi Question
Answers
Answer:
वे दो कारण हमे नही आते
Explanation:
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Answer:
आत्मविश्वास,निशान छोड़,गलती सुधारे,गुणों को बढ़ाये
Explanation:
1) पहला गुण – आत्मविश्वास
पेन्सिल में अधिक महत्व बाहरी लकड़ी का नहीं है, अन्दर के Graphite का हैं। इसलिए हमें भी अपने जिंदगी बाहरी रूप से ज्यादा महत्व अपने अन्दर के विचारों को देना चाहिए।
हमारा बाहरी स्वरुप भले कैसा भी हो, चाहे कुदरत ने हमें इतना आकर्षक न बनाया हो, ज्यादा लम्बाई न दी हो।
हमें इन बाहरी बातो से परेशान होने की जगह अपने विचारो को सुन्दर एवं सकारात्मक रखना चाहिए। हमें अपने आप पर विशवास रखना चाहिए।
2) दूसरा गुण – निशान छोड़
पेन्सिल हमेशा अपने निशान छोड़ जाती हैं।
हमें भी अपने जीवन में ऐसे अच्छे काम करने चाहिए जिससे की औरो को सहायता मिल सके और इन्ही अच्छे कामो से हमारी पहचान हो सके।
3) तीसरा गुण – गलती सुधारे
अगर पेंसिल से कुछ गलती हो जाती है तो हम उसे रबर से मिटाकर ठीक कर सकते हैं। जीवन में हर किसी से कोई न कोई गलती हो ही जाती हैं।
गलती करना कोई बुरी बात नहीं हैं, बुरी बात है अपनी गलती को न मानना और उसे ठीक करने से कतराना।
हमें जीवन में हमेशा अपनी गलती को नम्रता से स्वीकारना चाहिए और उसे ठीककरने का प्रयास भी करना चाहिए।
4) चौथा गुण – गुणों को बढ़ाये
जब हम पेंसिल से लिखते है तो समय-समय पर अच्छी लिखावट के लिए, हमें रुक कर उसकी धार को शार्पनर से पैना करना पड़ता हैं।
ठीक इसी तरह, जीवन में भी सफलता पाने के लिए समय-समय पर हमें अपने ज्ञान और कौशल्य को पैना करना चाहिए।
चाहे कितना भी बड़ा डॉक्टर क्यों न हो, उसे भी समय के हिसाब से नयी दवा या नयी चिकित्सा उपकरणों के बारे में एक विद्यार्थी की तरह सीखना पड़ता हैं।
जीवन में हमें हमेशा एक अच्छे विद्यार्थी की तरह नयी बातो को आत्मसात करना चाहिए और अपने अनुभवों से सीखना चाहिए।