शहरीकरण के कारण मनुष्य के आपसी संबंध में क्या-क्या बदलाव आए? अपने विचार प्रस्तुत कीजिए। (शब्द सीमा
80 - 100 |)
2.आपके द्वारा की गई किसी एक यात्रा के दौरान उस स्थान के परिवेश के बारे में लिखिए।
(शब्द सीमा 80 - 100 शब्द)
3.'प्रकृति का महत्तव' विषय पर संवाद लेखन कीजिए | आप संवाद माता-पिता के साथ कर सकते है। (शब्द सीमा
8-10 लाइन में लिखिए।
answer these
Answers
शहरीकरण के कारण मनुष्य के आपसी संबंध में क्या-क्या बदलाव आए? अपने विचार प्रस्तुत कीजिए।
शहरीकरण के कारण मनुष्य के आपसी संबंध में बहुत बदलाव आ गये है | लोग अपनी संस्कृति को भूल गए है | लोग शहर में रह कर अपनी संस्कृति को भूल कर , नई प्रणाली को अपना रहे है | शहरों में रहकर लोग स्वार्थी बन रहे है | वह अपने रहना ज्यादा पसंद करते है | शहरी लोग अपना खान-पान , पहनावा , बोली , भाषा आदि सब भूलते ही जा रहे है |
शहर में रहने वालों की दुनिया अलग है | वहाँ के लोगों का सारा समय काम पर निकल जाता है | यहाँ तक उनके पास अपने बच्चों के लिए समय नहीं होता है | वहाँ के लोग किसी के साथ संबंध नहीं रखना चाहते है |
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------
आपके द्वारा की गई किसी एक यात्रा के दौरान उस स्थान के परिवेश के बारे में लिखिए।
मैं अपने चार दोस्तों के साथ रोहतांग दर्रा की पैदल यात्रा पर गए | अगस्त का महीना था और रास्ते में ही बारिश शुरू हो गई | हम सब बुरी तरह भीग गए | किसी तरह से एक छोटी सी गुफा तक पहुंचे | कठिनाई से किसी तरह रात गुजारी | दो दोस्तों ने वहीं हिम्मत हार दी व वापसी का सामान बांध लिया| बचे हुए हम तीनों में भी एक का मन असमंजस में था | सब में एक बहस छिड़ गई कि आगे जायें या ना जायें | मैंने सब को बहुत समझाया पर कोई निर्णय नहीं निकला अतः: मैंने एक रुपये का सिक्का निकला और टॉस के लिए पूछा | हेड तो जाना है टेल तो नहीं जाना | सब मान गए और सिक्का हवा में उछाला | हेड आया और सब चलने को तैयार हो गए | लम्बी सांस ली और बिना पीछे देखे चल पड़े सब ने एक दूसरे का साहस बंधाया | रोहतांग की चोटी बिल्कुल पास से देखते ही सांस में सांस आ गई | बर्फ़ से भरा सारा रास्ता और ऊँची - ऊँची भर्फ़ ढकी पहाड़ीयों को देख जनत देख लिया हो |
--------------------------------------------------------------------------------------------------------------
प्रकृति का महत्व ' विषय पर संवाद लेखन कीजिए | आप संवाद माता-पिता के साथ कर सकते है।
पुत्र : आज मैंने कक्षा में प्रकृति का महत्व के बारे पढ़ाई की | आज प्रकृति महत्व के बारे में बात करते है |
माता : पुत्र तुमने तो आज बहुत अच्छा पाठ पढ़ा है | हमें भी बताओ प्रकृति के महत्व के बारे में |
पिता : तुम्हें पता है पुत्र , प्रकृति ने मानवता को बहुत अनमोल उपहार दिए है ।
पुत्र : जैसे कि हम बात करें , जल हमें प्रकृति ने दिया है | जल धरती पर रहने वालों के लिए बहुत जरूरी है |
माता : प्रकृति निर्मित नदियाँ, नाले, झरने, झीलें , समुन्दर इत्यादि पानी के साधन सुन्दरता के अद्भुत उदाहरण हैं |
पिता : संसार में पाई जाने वाली प्रकृति निर्मित हर वस्तु अति सुन्दर है |
पुत्र : दुःख की बात यह है कि, हम मनुष्य ही अपने लाभ के लिए प्रकृति को नुकसान पहुंचा रहे है |
माता : हाँ , पुत्र यह बात तो सही है , हम लोगों ने पृथ्वी को गंदा करके रखा है |