Hindi, asked by sureshgajghate01, 9 months ago

• 'शकुन-अपशकुन' के बारे में अपने विचार लिखिए।​

Answers

Answered by agarwalparth1230
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Answer:

प्राचीन भारतीय ग्रंथों में भी शुभ-अशुभ संकेतो के बारे में वर्णन किया गया है। कुछ लोग इसे अन्धविश्वास की दृस्टि से देखते हैं तो कुछ लोग इन सभी बातों पर पूर्ण आस्था के साथ विश्वास रखते हैं। प्रकृति हमे समय समय पर किसी न किसी माध्यम से भविष्य में होने वाली घटनाओं के प्रति सचेत करती रहती है हमे पहले से आगाह कर देती है। इन्ही में से एक माध्यम है शुभ - अशुभ शकुन विचार (shubh ashubh shakun vichar) जिसके माध्यम से हमे प्रकर्ति हमे भविष्य में होने वाली घटनाओं का इशारा देती है। कुछ लोग इन इशारों को समझ जाते है और पहले से ही सजग हो जाते है।

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