शनि का वायुमण्डल कैसे बना है?
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Answer: वायुमंडल शनि का बाह्य वायुमंडल 96.3% आणविक हाइड्रोजन और 3.25% हीलियम शामिल करता है। हीलियम का यह अनुपात सूर्य में इस तत्व की प्रचुरता की तुलना में काफी कम है। हीलियम से भारी तत्वों की मात्रा ठीक ठीक ज्ञात नहीं है, लेकिन अनुपातों को सौर मंडल के गठन से निकली प्रारंभिक प्रचुरता से मिलान के लिए ग्रहण किया हुआ है।
शनि ग्रह
शनिवार शनि ग्रह का शनि हमारे सौरमंडल का छठा ग्रह है शनि ग्रह का डायमीटर 1 लाख 20 हज़ार 536 किलोमीटर है और यह करें हमारी पृथ्वी से लगभग 120 करोड़ किलोमीटर दूर है यह रात को चमकने वाला सबसे यह रात को सबसे ज्यादा चमकने वाले तारों में से बात ना करें इसको बिना किस टेलिस्कोप के आप देख सकते हैं. आप इसको खाली आंखों से बिल्कुल आराम से देख सकते हैं. शनि ग्रह एक बहुत ही शानदार और विचित्र हमारे सोलर सिस्टम का काफी विचित्र ग्रह है यह हमारे सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है इसका डायमीटर हमारे पृथ्वी के डायरेक्टर से 9 गुना बड़ा है और इसकी बोले हमारी अर्थ की धरती की वॉल्यूम से 95% ज्यादा है शनि ग्रह का नाम लेमन के गॉड ऑफ एग्रीकल्चर के नाम पर रखा गया था लेकिन शनि ग्रह हमारी पृथ्वी से कितना भी बड़ा क्यों ना हो लेकिन इसका घनत्व हमारी पृथ्वी से 8 गुना कम है यदि आप किसी तरह से शनि ग्रह को उठाकर के पानी में रख पाते हैं. लेकिन आप ऐसा कर तो नहीं सकते क्योंकि यह इतना आसान नहीं है लेकिन अगर आप मान लो इसको उठा कर पानी हैं.
शनि ग्रह का आंतरिक ढांचा संभावना के अनुसार लोहा निकल और चट्टानों के एक कोर से बना हुआ है जो की धातु हाइड्रोजन की एक मोटी परत से गिरा है और इसकी गैसीय परत मुख्य रुप से तरल हाइड्रोजन और तरल हीलियम की एक मध्यवर्ती परत है. यह ग्रह अपने ऊपरी वायुमंडल के अमोनिया और क्रिस्टल के कारण एक हलका पीला रंग दर्शाता है माना जाता है कि धातु हाइड्रोजन परत की एक विद्युत धारा शनि ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र को एक बार देती है जो कि पृथ्वी की तुलना में कमजोर है और बृहस्पति ग्रह की 20 वी पावर के बराबर है.
लेकिन आप यदि ऐसा कर पाते हैं. तो यह ग्रह कभी पानी में डूबी का नहीं ऊपर ही तैरता रहेगा शनि ग्रह का की तुलना अगर हम हमारी धरती के साथ करें तो एक तो एक शनि ग्रह में 760 पृथ्वी समा जाएगी लेकिन अगर इसकी तुलना शुरू से करी जाए की जाए तो सूरज के अंदर 1600 शनि समा जाएंगे यह गैस से बना हुआ ग्रह हैं. यदि आप इसके ऊपर खड़े हो तो आपको सपोर्ट करने के लिए ऐसी कोई जगह नहीं मिलेगी जैसे की आपको धरती के ऊपर मिल जाती है इस ग्रह का 96 प्रतिशत भाग हाइड्रोजन गैस है अब बात करते हैं. इस चाँद कि इस शनि ग्रह ऊपर हवा की तो शनि ग्रह के ऊपर हवा लगभग 1800 किलोप्रति घंटे की रफ्तार से चलती है लेकिन यह हवा बृहस्पति ग्रह से तेज है लेकिन इतनी भी तेज नहीं है जितनी की नेपच्यून ग्रह के ऊपर चलती है शनि ग्रह को गैस का दानव ग्रह इसलिए कहा जाता है क्योंकि उसका भाह्य बाग मुख्य रूप से गैस का बना हुआ है लेकिन यह ग्रह चपटे आकार धारण करने के कारण इस के ध्रुवों पर चपटा और भूमध्य रेखा पर उभरा हुआ है इसकी भूमध्य और द्रवित त्रिज्या के बीच 10% का फर्क है
और भारतीय संस्कृति के अंदर शनि ग्रह को देवता के रूप में माना जाता है क्योंकि शनि ग्रह के संबंध उनके अनेक भ्रांतियों है इसलिए उन्हें मारक अशुभ और दुख आदि के अनेक रुप में माना गया है लेकिन शनि ग्रह मोक्ष देने वाला एक मात्र ग्रह हैं. शनि मे शनि ग्रह प्रकृति सनी प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने के लिए वह हर एक प्राणी के साथ न्याय करते हैं..
शनि ग्रह एक ऐसा ग्रह है जो कि हमारे पृथ्वी के जैसे दिखाई देता है और हमारी पृथ्वी से बहुत बड़ा भी है लेकिन यह सूर्य से बहुत छोटा भी है और हमारे वैज्ञानिकों के द्वारा बताया गया है कि अगर शनि ग्रह के ऊपर ऑक्सीजन संभव हो जाती है तो आने वाले समय के अंदर इंसान शनि ग्रह के ऊपर अपना जीवन संभव कर सकता है क्योंकि उसके ऊपर सभी चीजें दिखाई देती है जैसी नदियों की निशानी मिलते हैं. वहां पर रेगिस्तान भी है पहाड़ भी है और इसके अलावा और भी बहुत सी चीजें वहां पर जीवित रहने के लिए हमें मिलती है इसलिए वैज्ञानिकों ने पिछले 20 सालों में 2 ऑफिशियल सैटेलाइट वहां पर भेज दिए हैं