शशिना शोभते रात्रि सृष्टि: सूर्येण शोभते।
सत्येन शोभते वाणी सदाचारेण जीवनम्।।
explain in hindi
Answers
Answered by
0
Answer:
एकेनापि सुवृक्षेण पुष्पितेन सुगन्धिना । वासितं तद्वनं सर्वं सुपुत्रेण कुलं यथा ।। ( भावार्थ :- जिस प्रकार एक अच्छे सुन्दर पुष्पित एवं सुगन्धित वृक्षसे सारा वन सुगन्धसे सुरभित हो उठता है , उसी प्रकार एक ही सुपुत्रसे कुलका नाम उजागर हो जाता है ।)
Explanation:
Ekenapi Suvrikshen Pushpiten Fragrance. Vasit tadvanam sarvam suputrena kulam yatha. (Interpretation:- Just as a beautiful, beautiful flowering and fragrant tree makes the whole forest fragrant with fragrance, in the same way the name of a family is revealed by a single son.)
Similar questions