sheesham se milane wali kinhi 10 chijen ke naam likhe
Answers
Answered by
6
ऐसे करें प्रयोग
ऐसे करें प्रयोग* दांतदर्द में शीशम का तेल की रुई का फाहा लगाने से आराम मिलता है।
ऐसे करें प्रयोग* दांतदर्द में शीशम का तेल की रुई का फाहा लगाने से आराम मिलता है।* पांच पत्तों के साथ मिश्री लेने से प्यास कम लगेगी, पसीना कम आएगा।
ऐसे करें प्रयोग* दांतदर्द में शीशम का तेल की रुई का फाहा लगाने से आराम मिलता है।* पांच पत्तों के साथ मिश्री लेने से प्यास कम लगेगी, पसीना कम आएगा।* गुनगुने दूध में 1० से 15 बूंद तेल मिलाकर लेने से कफ में लाभ होगा।
ऐसे करें प्रयोग* दांतदर्द में शीशम का तेल की रुई का फाहा लगाने से आराम मिलता है।* पांच पत्तों के साथ मिश्री लेने से प्यास कम लगेगी, पसीना कम आएगा।* गुनगुने दूध में 1० से 15 बूंद तेल मिलाकर लेने से कफ में लाभ होगा।* सर्दी-जुकाम में 8 से १० पत्ते उबालें। ठंडा होने पर छानकर पीएं।
ऐसे करें प्रयोग* दांतदर्द में शीशम का तेल की रुई का फाहा लगाने से आराम मिलता है।* पांच पत्तों के साथ मिश्री लेने से प्यास कम लगेगी, पसीना कम आएगा।* गुनगुने दूध में 1० से 15 बूंद तेल मिलाकर लेने से कफ में लाभ होगा।* सर्दी-जुकाम में 8 से १० पत्ते उबालें। ठंडा होने पर छानकर पीएं।* उल्टी की समस्या में पेड़ की छाल का काढ़ा और मधुमेह में नीम, शीशम व सदाबहार के पत्ते उबालकर लें।
I hope this may help u plz mark it as a brainliest ansr PLZZZZZZZZZZZZZZZZZZ
Answered by
0
एंटीबैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर तेल में हल्दी मिलाकर लगाने से फ टी एड़ी और घाव जल्दी भरता है। आंखों में जलन, पानी आना, लाल होने पर इसके पत्तों को पीसकर आंखें बंद करीब एक घंटे तक रखें, इससे आराम मिलेगा। इसके अलावा पाचन बिगडऩे, जोड़ों में दर्द, त्वचा, हृदय व दांत संबंधी दिक्कतें होने पर शीशम के पत्ते व जड़ प्रयोग में लेते हैं।
#SPJ2
Similar questions