India Languages, asked by vermadiwakar005, 4 months ago

षड्दोषाः पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छता
निद्रा तन्द्रा भयं क्रोधं आलस्यं दीर्घसूत्रता




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Answered by vinshultyagi
29

\huge\underline{\boxed{\sf उत्तर}}

षड् दोषा: पुरुषेणेह हातव्या भूतिमिच्छिता । निद्रा तन्द्रा भयं क्रोध आलस्यं दीर्घसूत्रता ॥

भावार्थ :-

संसार में उन्नति के अभिलाषी व्यक्तियों को नींद, तंद्रा(ऊँघ), भय, क्रोध, आलस्य तथा देर से काम करने की आदत-इन छह दुर्गुणों को सदा के लिए त्याग देना चाहिए ।

Answered by astha213384
5

answer:-

संसार में उन्नति के अभिलाषी व्यक्तियों को नींद, तंद्रा(ऊँघ), भय, क्रोध, आलस्य तथा देर से काम करने की आदत-इन छह दुर्गुणों को सदा के लिए त्याग देना चाहिए ।

explanation:-

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