shinchan real story in hindi
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इस शैतान बच्चे को कौन नहीं जानता। इसे देखकर बच्चे खूब हंसते रहे हैं। लेकिन शिनचैन की असली कहानी बड़ी दर्द भरी है। ये कार्टून कैरेक्टर असल जिंदगी के कैरेक्टर पर आधारित है, जिसकी मौत हो चुकी है। ये कहानी है जापान की। जापान में एक औरत थी जिसका नाम था मिसाई । मिसाई के दो प्यारे बच्चे थे, एक का नाम था शिनचैन और दूसरी हिमावारी। जिस तरह कार्टून में दिखाया जाता है कि शिनचैन की मां को शॉपिंग करना बहुत पसंद है। ठीक उसी तरह असल जिंदगी में शिनचैन की मां शॉपिंग करने एक शॉपिंग सेंटर पहुंचती हैं। मिसाई जब शॉपिंग में व्यस्त हो गई तो उसने शिनचैन को अपनी बहन संभालने के लिए दे दी। इसी बीच दोनों भाई बहन खिलौनों के सेक्शन में जा पहुंचे। और फिर...
- शिनचैन खिलौनो की दुनिया में इतना खो गया कि उसकी बहन हिमावारी उसकी नजरों से दूर हो गई। कुछ देर बाद जब शिनचैन को हिमावारी का ध्यान आया तो उसने पाया कि हिमावारी वहां पर नही थी। वह बाहर निकल चुकी थी और अकेले ही सड़क पार कर रही थी। सड़क पर बहुत तेज़ रफ्तार गाड़िया आ रही थीं । शिनचैन तुरंत हिमावारी को बचाने के लिए दौड़ा, और अचानक सड़क पर एक तेज़ रफतार गाड़ी आयी , और इससे पहले की शिनचैन और हिमावारी कुछ समझ पाते, एक जोरदार एक्सीडेंट हो गया । दोनों ही उसी वक़्त दुनिया छोड़ कर चले गए ।
मां को लगा सदमा और ऐसे वापस आया शिनचैन
इस घटना का शिनचैन की मां मिसाई पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा। वह अपने बच्चों की याद में दुखी रहने लगी । वह रोज़ अपने बच्चो की याद में डायरी लिखती और उनके पेन्टिंग बनाती। कुछ समय बाद ये घटना जापान के एक बड़े कार्टून राइटर योशिता ओतसोइ तक पहुंची और उन्होंने इस कहानी पर कार्टून बनाने का फैसला किया। इसी तरह कार्टून कैरेक्टर शिनचैन इस दुनिया में आया।
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