shirk tark krne vala dimag ek ease chaku ki tarah h iska ek udahran
Answers
Answered by
0
हम अक्सर गलतफहमी में पढ़कर अपने मित्रों, अपने परिवार, अपने चाहने वालों से मतभेद कर लेते हैं। अनावश्यक तर्क करके जो हमें शोभा नहीं देता।
तर्क करके हम अपनी छवि को नष्ट करते हैं। हम अपने आचरण को खराब करते हैं।
जिस तरह तेज धारदार चाकू से हाथ कटने पर हमारे शरीर का लहू बहता है ठीक वैसे ही ज्यादा तर्क करने से हमारे आपसी रिश्ते खराब होते हैं।
Answered by
1
हम अक्सर गलतफहमी में पढ़कर अपने मित्रों, अपने परिवार, अपने चाहने वालों से मतभेद कर लेते हैं। अनावश्यक तर्क करके जो हमें शोभा नहीं देता।
तर्क करके हम अपनी छवि को नष्ट करते हैं। हम अपने आचरण को खराब करते हैं।
जिस तरह तेज धारदार चाकू से हाथ कटने पर हमारे शरीर का लहू बहता है ठीक वैसे ही ज्यादा तर्क करने से हमारे आपसी रिश्ते खराब होते हैं।
Similar questions
Hindi,
8 months ago
Hindi,
8 months ago
Math,
8 months ago
CBSE BOARD X,
1 year ago
History,
1 year ago