Hindi, asked by payal3131, 1 year ago

shlok of yoga in sanskrit​

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Answered by kiara123
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Answer

Explanation:

[Hey mate]

◀व्यायामात् लभते स्वास्थ्यं दीर्घायुष्यं बलं सुखं। आरोग्यं परमं भाग्यं स्वास्थ्यं सर्वार्थसाधनम् ॥▶

भावार्थ :

⚡व्यायाम से स्वास्थ्य, लम्बी आयु, बल और सुख की प्राप्ति होती है। निरोगी होना परम भाग्य है और स्वास्थ्य से अन्य सभी कार्य सिद्ध होते हैं ।⚡

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