short essay on mobile ka prayog Vardan ya abhishap in Hindi
Answers
Answered by
4
मोबाइल फोन इस शताब्दी का अभूतपूर्व चमत्कार है। यह हमारे जीवन का अभिन्न अंग बन कर सदा हमारे साथ रहता है और आज विश्व में सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण बन गया है। यही नहीं, हमारे देश की जितनी आबादी है, यहां मोबाइल फोनों की संख्या उससे अधिक हो गई है।
नि:संदेह मोबाइल फोन के असंख्य लाभ हैं-एमरजेंसी में डाक्टर और पुलिस बुलाने, घर से बाहर होने पर परिवार या दफ्तर वालों से संपर्क रखने, किसी को तत्काल महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाने, किसी दुर्घटना का चित्र खींचने जैसे असंख्य लाभों के साथ-साथ इसकी कुछ हानियां भी हैं।
लोगों, विशेषकर नवविवाहित जोड़ों के गृहस्थ जीवन में समस्याएं खड़ी करने में इनका बहुत बड़ा योगदान है। जरा-जरा सी बात पर बेटियां अपनी माताओं को फोन लगाकर अपने पति या ससुराल वालों की शिकायतों का पिटारा खोल देती हैं और अनेक मामलों में माताओं द्वारा बेटियों को गलत सलाह देने के परिणामस्वरूप उनकी गृहस्थी खतरे में पड़ जाती है।
मोबाइल फोन का इस्तेमाल नशे की हद तक बढ़ जाने के कारण ये अनेक दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहे हैं। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने से सड़कों पर रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं।
मोबाइल फोन पर आसानी से उपलब्ध अश्लील तस्वीरें देख कर और आपस में आदान-प्रदान करके लड़के-लड़कियों के चरित्र भ्रष्ट हो रहे हैं, दुष्ट स्वभाव के लोगों द्वारा धोखे से लड़कियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। ये अनेक मामलों में पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव, टकराव और अलगाव का कारण भी बन रहे हैं
9 मई, 2016 को मुंबई के गोवंडी में मोबाइल पर मैसेज पढऩे के साथ-साथ टैक्सी चला रहे एक टैक्सी चालक ने सड़क के किनारे जा रहे व्यक्ति को कुचल दिया जो पहले ही दिन ड्यूटी पर जा रहा था। 12 मई को बिहार के सीतामढ़ी में पुलिस ने ‘मोहम्मद शादाब’ नामक एक युवक को गिरफ्तार किया। उसने पहले तो एक युवती को अपने प्रेमजाल में फंसा कर उसका यौन शोषण किया और साथ ही उसका वीडियो बना कर उसके पति के मोबाइल पर भेज दिया, जिससे उसकी शादी टूट गई।
13 मई को रामपुरा फूल के निकट रेलवे फाटक के समीप कानों में मोबाइल का हैडफोन लगाए रेल लाइन पार कर रही महिला गाड़ी की आवाज न सुन पाई और गाड़ी के नीचे आने से उसकी मृत्यु हो गई। 20 मई को हिमाचल के चंबा जिले में एक बस दुर्घटना में 14 लोगों की मृत्यु हो गई। दुर्घटना में बचे लोगों का कहना है कि दुर्घटना के समय बस चालक मोबाइल पर बात कर रहा था।
13 जून को पटना के फुलवारी शरीफ में रहने वाली महिला ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसके पति ‘आसिफ’ तथा उसके घर वालों ने उसका अश्लील वीडियो बना कर उसे गलत कामों के लिए विवश किया। 20 जून को मुंबई के कुर्ला में किसी शरारती तत्व द्वारा ‘व्हाट्सएप’ पर परीक्षा परिणाम सम्बन्धी डाले गए मैसेज से अपराधबोध की शिकार हो कर ग्लोरिया मैंजेस नामक 15 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली।
21 जून को झारखंड के हजारीबाग में ‘मो. आशिक’ नामक व्यक्ति को अपनी पत्नी ‘तरन्नुम’ का मोबाइल फोन छीनना बहुत महंगा पड़ा।
‘तरन्नुम’ उस रात अपने किसी दोस्त से काफी देर तक मोबाइल पर बातें करती रही तो ‘मो. आशिक’ ने उसे रोका लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसने उससे उसका फोन छीन लिया। इस पर ‘तरन्नुम’ गुस्से में आग-बबूला हो गई तथा उसी रात उसने बदला लेने के लिए अपने पति का प्राइवेट पार्ट ही काट डाला ।
22 जून को उत्तर प्रदेश में कानपुर के कोहाना क्षेत्र में गंगा नदी में नहाने के दौरान सैल्फी लेते समय डूबने से 7 बच्चोंं की मृत्यु हो गई। 24 जून को नई दिल्ली में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी द्वारा मोबाइल पर ‘व्हाट्सएप’ तथा ‘फेसबुक’ इस्तेमाल करने पर उसकी हत्या कर दी।
मोबाइल फोन्स के जहां अनेक लाभ हैं वहीं उपरोक्त घटनाओं से सिद्ध होता है कि इसकी कुछ हानियां भी हैं। कार्यालयों में काम करने वाले अनेक कर्मचारी दफ्तर के समय में ही काम छोड़ कर मोबाइल पर गेमें खेलते, अश्लील वीडियो आदि देखते हैं, जिससे दफ्तर के काम की हानि होती है।अत: इस बात की अत्यधिक आवश्यकता है कि मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल ही किया जाए और इसे अभिशाप बनने न देकर वरदान ही बना रहने दिया जाए।
नि:संदेह मोबाइल फोन के असंख्य लाभ हैं-एमरजेंसी में डाक्टर और पुलिस बुलाने, घर से बाहर होने पर परिवार या दफ्तर वालों से संपर्क रखने, किसी को तत्काल महत्वपूर्ण संदेश पहुंचाने, किसी दुर्घटना का चित्र खींचने जैसे असंख्य लाभों के साथ-साथ इसकी कुछ हानियां भी हैं।
लोगों, विशेषकर नवविवाहित जोड़ों के गृहस्थ जीवन में समस्याएं खड़ी करने में इनका बहुत बड़ा योगदान है। जरा-जरा सी बात पर बेटियां अपनी माताओं को फोन लगाकर अपने पति या ससुराल वालों की शिकायतों का पिटारा खोल देती हैं और अनेक मामलों में माताओं द्वारा बेटियों को गलत सलाह देने के परिणामस्वरूप उनकी गृहस्थी खतरे में पड़ जाती है।
मोबाइल फोन का इस्तेमाल नशे की हद तक बढ़ जाने के कारण ये अनेक दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहे हैं। वाहन चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करने से सड़कों पर रोजाना दुर्घटनाएं हो रही हैं।
मोबाइल फोन पर आसानी से उपलब्ध अश्लील तस्वीरें देख कर और आपस में आदान-प्रदान करके लड़के-लड़कियों के चरित्र भ्रष्ट हो रहे हैं, दुष्ट स्वभाव के लोगों द्वारा धोखे से लड़कियों के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है। ये अनेक मामलों में पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव, टकराव और अलगाव का कारण भी बन रहे हैं
9 मई, 2016 को मुंबई के गोवंडी में मोबाइल पर मैसेज पढऩे के साथ-साथ टैक्सी चला रहे एक टैक्सी चालक ने सड़क के किनारे जा रहे व्यक्ति को कुचल दिया जो पहले ही दिन ड्यूटी पर जा रहा था। 12 मई को बिहार के सीतामढ़ी में पुलिस ने ‘मोहम्मद शादाब’ नामक एक युवक को गिरफ्तार किया। उसने पहले तो एक युवती को अपने प्रेमजाल में फंसा कर उसका यौन शोषण किया और साथ ही उसका वीडियो बना कर उसके पति के मोबाइल पर भेज दिया, जिससे उसकी शादी टूट गई।
13 मई को रामपुरा फूल के निकट रेलवे फाटक के समीप कानों में मोबाइल का हैडफोन लगाए रेल लाइन पार कर रही महिला गाड़ी की आवाज न सुन पाई और गाड़ी के नीचे आने से उसकी मृत्यु हो गई। 20 मई को हिमाचल के चंबा जिले में एक बस दुर्घटना में 14 लोगों की मृत्यु हो गई। दुर्घटना में बचे लोगों का कहना है कि दुर्घटना के समय बस चालक मोबाइल पर बात कर रहा था।
13 जून को पटना के फुलवारी शरीफ में रहने वाली महिला ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाई कि उसके पति ‘आसिफ’ तथा उसके घर वालों ने उसका अश्लील वीडियो बना कर उसे गलत कामों के लिए विवश किया। 20 जून को मुंबई के कुर्ला में किसी शरारती तत्व द्वारा ‘व्हाट्सएप’ पर परीक्षा परिणाम सम्बन्धी डाले गए मैसेज से अपराधबोध की शिकार हो कर ग्लोरिया मैंजेस नामक 15 वर्षीय छात्रा ने आत्महत्या कर ली।
21 जून को झारखंड के हजारीबाग में ‘मो. आशिक’ नामक व्यक्ति को अपनी पत्नी ‘तरन्नुम’ का मोबाइल फोन छीनना बहुत महंगा पड़ा।
‘तरन्नुम’ उस रात अपने किसी दोस्त से काफी देर तक मोबाइल पर बातें करती रही तो ‘मो. आशिक’ ने उसे रोका लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसने उससे उसका फोन छीन लिया। इस पर ‘तरन्नुम’ गुस्से में आग-बबूला हो गई तथा उसी रात उसने बदला लेने के लिए अपने पति का प्राइवेट पार्ट ही काट डाला ।
22 जून को उत्तर प्रदेश में कानपुर के कोहाना क्षेत्र में गंगा नदी में नहाने के दौरान सैल्फी लेते समय डूबने से 7 बच्चोंं की मृत्यु हो गई। 24 जून को नई दिल्ली में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी द्वारा मोबाइल पर ‘व्हाट्सएप’ तथा ‘फेसबुक’ इस्तेमाल करने पर उसकी हत्या कर दी।
मोबाइल फोन्स के जहां अनेक लाभ हैं वहीं उपरोक्त घटनाओं से सिद्ध होता है कि इसकी कुछ हानियां भी हैं। कार्यालयों में काम करने वाले अनेक कर्मचारी दफ्तर के समय में ही काम छोड़ कर मोबाइल पर गेमें खेलते, अश्लील वीडियो आदि देखते हैं, जिससे दफ्तर के काम की हानि होती है।अत: इस बात की अत्यधिक आवश्यकता है कि मोबाइल फोन का सही इस्तेमाल ही किया जाए और इसे अभिशाप बनने न देकर वरदान ही बना रहने दिया जाए।
KMG30:
very nice
Answered by
7
उत्तर -
मोबाइल -
आइए विषय से शुरू करें। सबसे पहले मोबाइल क्या है? उम्म सब इसके साथ परिचित हैं। मोबाइल एक ऐसा उपकरण है जो आजकल कई कार्यों को करने के लिए उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, हम बड़ी दूरी पर संचार के लिए मोबाइल का उपयोग कर सकते हैं, टेक्स्ट संदेश भेज सकते हैं, गेम खेल सकते हैं, दोस्तों को ऑनलाइन ढूंढ सकते हैं आदि।
लेकिन क्या होगा यदि हम हर बार फोन का उपयोग करने में व्यस्त हैं। हमेशा हमारे फोन पर चिपकने के लिए अच्छी बात नहीं है। आजकल हम छात्रों को मोबाइल में जवाब देते समय परीक्षा देते हैं, ड्राइविंग करते समय फोन का उपयोग करने वाले लोग जो हमारे जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
इसके अलावा, मोबाइल ने हमारे जीवन को आसानी से लाया है जैसे कि हम यातायात में मारा जाता है, हम किसी को भी हमारी सहायता के लिए बुला सकते हैं। या आपातकाल के किसी भी मामले में, हम उस व्यक्ति को सूचित कर सकते हैं जो मील दूर बैठा है।
प्रौद्योगिकी का उपयोग अच्छा है, लेकिन यह एक कुशल तरीके से किया जाना चाहिए। तो यह न तो वरदान और न ही होगा।
मोबाइल -
आइए विषय से शुरू करें। सबसे पहले मोबाइल क्या है? उम्म सब इसके साथ परिचित हैं। मोबाइल एक ऐसा उपकरण है जो आजकल कई कार्यों को करने के लिए उपयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए, हम बड़ी दूरी पर संचार के लिए मोबाइल का उपयोग कर सकते हैं, टेक्स्ट संदेश भेज सकते हैं, गेम खेल सकते हैं, दोस्तों को ऑनलाइन ढूंढ सकते हैं आदि।
लेकिन क्या होगा यदि हम हर बार फोन का उपयोग करने में व्यस्त हैं। हमेशा हमारे फोन पर चिपकने के लिए अच्छी बात नहीं है। आजकल हम छात्रों को मोबाइल में जवाब देते समय परीक्षा देते हैं, ड्राइविंग करते समय फोन का उपयोग करने वाले लोग जो हमारे जीवन के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
इसके अलावा, मोबाइल ने हमारे जीवन को आसानी से लाया है जैसे कि हम यातायात में मारा जाता है, हम किसी को भी हमारी सहायता के लिए बुला सकते हैं। या आपातकाल के किसी भी मामले में, हम उस व्यक्ति को सूचित कर सकते हैं जो मील दूर बैठा है।
प्रौद्योगिकी का उपयोग अच्छा है, लेकिन यह एक कुशल तरीके से किया जाना चाहिए। तो यह न तो वरदान और न ही होगा।
Similar questions