Biology, asked by dhruvthakurpro, 7 months ago

short speech on motivation in Hindi in 45 second please send a fast you can. in 50 words​

Answers

Answered by ApurvaaRanjan
0

सर्वप्रथम सभी को मेरा नमस्कार!

सम्मानीय मुख्य अतिथि, आदरणीय प्रधानचार्या जी, प्रोफेसर महोदया जी और यहां बैठे मेरे छोटे-बड़े भाई-बहन और मेरे प्रिय मित्रों आप सभी का मै तहे दिल से आभार प्रकट करती हूं, मुझे बेहद खुशी हो रही है कि, आज इस अवसर पर मुझे छात्रों के अंदर आगे बढ़ने का जज्बा भरने के लिए मोटिवेशनल स्पीच देने का सुनहरा अवसर प्राप्त हुआ है।

इस मौके पर मै अपने भाषण की शुरुआत किसी महान व्यक्ति द्धारा कही गई, प्रेरक वाक्य के माध्यम से करना चाहती हूं / चाहता हूं

“मेहनत इतनी खामोशी से करो कि सफलता शोर मचा दे।”

जो विद्यार्थी, किसी अन्य विद्यार्थी अथवा सहपाठी के टॉप करने पर यह सोचते हैं, कि उन्होंने यह सफलता रातों-रात हासिल की है, या फिर उसकी अच्छी किस्मत होने की वजह से उसने यह मुकाम हासिल किया है, उनका यह सोचना सरासर गलत है, क्योंकि सफलता किसी को भी एक झटके में नहीं मिलती, लेकिन लगातार प्रयास करते रहने से एक दिन जरूर मिलती है।

सफलता उन्हीं को मिलती है, जिनके जीवन का एक लक्ष्य होता है और वे अपने लक्ष्य के प्रति ईमानदार होते हैं और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए सच्चा दृढ़संकल्प लेते हैं, और इसके लिए वे लगातार प्रयास करते रहते हैं।

वहीं महान विद्धान स्वामी विवेकानंद जी ने भी अपने एक महान विचार के माध्यम से सफलता का सूत्र बताया है, उन्होंने कहा है कि-

“अपने जीवन का एक लक्ष्य निर्धारित करो और सभी दूसरे विचार को अपने दिमाग से निकाल दो यही सफलता की पूंजी है – स्वामी विवेकानंद“

इसलिए सभी छात्रों को भी अपने जीवन में एक लक्ष्य का निर्धारण करना चाहिए, और अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर रहना चाहिए, तभी वे अपने जीवन में सफलता हासिल कर सकते हैं।

वहीं कुछ छात्र ऐसे भी होतें हैं, जो सिर्फ परीक्षा के समय में ही पढ़ते हैं, और पूरी साल मौज-मस्ती और अपने दोस्तों के साथ खेलकूद में अपना समय बर्बाद कर देते हैं, तो ऐसे छात्र पास तो हो जाते हैं लेकिन कुछ खास सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं।

वहीं दूसरी तरफ जो छात्र पूरी साल मेहनत, लगन और ईमानदारी से पढ़ाई करते हैं, वो ही क्लास में टॉप करते हैं।

वहीं जिन छात्रों को पढ़ाई करने से डर लगता है, अथवा यह सोचते हैं कि वे फेल हो जाएंगे, और इसलिए मेहनत नहीं करते, तो उनका ऐसा सोचना बिल्कुल गलत है, क्योंकि किसी काम को करने के लिए प्रयास करने और विश्वास रखने की जरूरत होती है।

इसलिए, सभी छात्रों को एक ध्येय बनाना चाहिए, और उसे पाने के लिए बिना रुके तब तक प्रयास करते रहना चाहिए, जब तक की उसे पा नहीं लें। फिलहाल, इस भाषण को मै एक महान व्यक्ति के प्रेरक वाक्य द्धारा विराम देना चाहता हूं /चाहती हूं –

“सफलता पाने के लिए हमें पहले विश्वास करना होगा की यह हम कर सकते हैं”

धन्यवाद।

Hope the answer will be helpful for you

Similar questions