Hindi, asked by Sachinpra1935, 11 months ago

Short story about coconut tree in Hindi

Answers

Answered by Anonymous
12

हिस्ट्री

- नारियल का जिक्र वेदों में मिलता है, जिनमें इसे कल्प वृक्ष कहा गया है।

- पश्चिमी दुनिया नारियल से 6 वीं शताब्दी तक अंजान थी। यह हिंद महासागर के जरिए भारत से इजिप्ट पहुंचा।

- मार्को पोलो ने अपने भारत यात्रा के दौरान जब इस फल को देखा तो इसे 'फेराओ नट' का नाम दिया।

- अबाउट डॉट कॉम के मुताबिक, coconut (नारियल) शब्द अंग्रेजी अखबारों में पहली बार 1555 में प्रकाशित हुआ।

- 20 वीं शताब्दी तक निकोबार द्वीप पर सामान खरीदने के लिए साबुत नारियल का बतौर करेंसी इस्तेमाल किया जाता था।

धर्म और आस्था

नारियल के फल को बहुत शुभ माना जाता है और इसे 'श्रीफल' भी कहते हैं। हिंदुओं में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करते वक्त नारियल तोड़ने की परंपरा है। हालांकि, अब कई दूसरे धार्मिक समुदाय भी नारियल तोड़ने की रस्म अपनाने लगे हैं। घर की नींव पड़ी हो या नए घर में प्रवेश, नई कार खरीदी हो या फिर नए बिजनेस की शुरुआत की हो, आस्था रखने वाले लोग नारियल तोड़ना कभी नहीं भूलते।

Answered by anuanku
4

बॉलिवुड की फिल्मों में मोहब्बत में गिरफ्तार हीरो-हिरोइन अक्सर सिर भिड़ाकर नारियल पानी पीते नजर आते हैं। जरूरत पड़ने पर यह विलेन का सिर तोड़ने के काम भी आता है। लेकिन नारियल की कहानी महज इतनी नहीं है। लाखों-करोड़ों लोगों की श्रद्धा और रोजी-रोटी इससे जुड़ी है। साउथ इंडिया में तो इसके बिना किसी डिश के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। नारियल के पेड़ का हर हिस्सा किसी-न-किसी इस्तेमाल में जरूर आता है। शायद इसीलिए इसे 'जन्नत का दरख्त' और 'जिंदगी का पेड़' आदि कहते हैं। आज वर्ल्ड कोकोनट डे के मौके पर नारियल कथा बता रहे हैं अभिषेक भट्टाचार्य :

हॉट शॉट- नारियल का पेड़ 20-30 मीटर ऊंचा होता है।

- एक पेड़ से सालाना 70-100 नारियल मिलते हैं ।

- करीब 1.5 करोड़ नारियल के पेड़ अकेले केरल में हैं। केरल को कोकोनट लैंड भी माना जाता है।

- 13 बिलियन सालाना नारियल उपजा कर भारत दुनिया का सबसे बड़ा नारियल उत्पादक देश है ।

- 2 सितंबर को र्वल्ड कोकोनट डे के तौर पर मनाया जाता है।

हिस्ट्री

- नारियल का जिक्र वेदों में मिलता है, जिनमें इसे कल्प वृक्ष कहा गया है।

- पश्चिमी दुनिया नारियल से 6 वीं शताब्दी तक अंजान थी। यह हिंद महासागर के जरिए भारत से इजिप्ट पहुंचा।

- मार्को पोलो ने अपने भारत यात्रा के दौरान जब इस फल को देखा तो इसे 'फेराओ नट' का नाम दिया।

- अबाउट डॉट कॉम के मुताबिक, coconut (नारियल) शब्द अंग्रेजी अखबारों में पहली बार 1555 में प्रकाशित हुआ।

- 20 वीं शताब्दी तक निकोबार द्वीप पर सामान खरीदने के लिए साबुत नारियल का बतौर करेंसी इस्तेमाल किया जाता था।

धर्म और आस्था

नारियल के फल को बहुत शुभ माना जाता है और इसे 'श्रीफल' भी कहते हैं। हिंदुओं में किसी भी शुभ काम की शुरुआत करते वक्त नारियल तोड़ने की परंपरा है। हालांकि, अब कई दूसरे धार्मिक समुदाय भी नारियल तोड़ने की रस्म अपनाने लगे हैं। घर की नींव पड़ी हो या नए घर में प्रवेश, नई कार खरीदी हो या फिर नए बिजनेस की शुरुआत की हो, आस्था रखने वाले लोग नारियल तोड़ना कभी नहीं भूलते।

क्यों तोड़ते हैं : नारियल तोड़ना अपने अहं को तोड़ते हुए खुद को ईश्वर के सामने प्रस्तुत करना है। मान्यता यह है कि नारियल का ऊपरी हिस्सा काफी कठोर होता है,, जो हमारे अहंकार का प्रतीक है। इसके उलट इसका अंदरूनी हिस्सा नरम और पवित्रता और उजले चरित्र का प्रतीक है। नारियल तोड़ने की यह परंपरा इस बात का संकेत है कि ऐसा करके एक शख्स अपना अहंकार त्याग कर सब कुछ ईश्वर को सौंप देता है।

फूड ऐंड रेसिपी

- ज्यादातर साउथ इंडियन डिश में नारियल और नारियल तेल का इस्तेमाल होता है। फैटी एसिड कम होने से नारियल तेल में पका खाना आसानी से पच जाता है।

- नारियल एक मल्टी परपज फूड आइटम है। इसकी गरी से बर्फी, लड्डू, केक समेत तमाम मिठाइयां और जायकेदार चटनी भी बनती है।

- नारियल के कुछ फेमस रेसिपीज हैं - कोकोनट राइस, कोकोनट पुडिंग, कोकोनट चिक्की, कोकोनट चिकन करी, कोकोनट कस्टर्ड हलवा, लौकी कोकोनट, लौकी रायता, टोमेटो कोकोनट सूप आदि।

हेल्थ ऐंड मेडिसिन

- नारियल पानी में शुगर, फाइबर, प्रोटीन, ऐंटि ऑक्सिडेंट्स और विटामिंस की भरपूर मात्रा होती है, जो प्यास बुझाने के अलावा थकान भी मिटाती है।

- 48.5 फीसदी लॉरिक एसिड की वजह से नारियल पानी को मां के दूध के बराबर पौष्टिक माना जाता है।

- कोकोनट ऑइल एड्स के खिलाफ शरीर में प्रतिरोध क्षमता पैदा करने में मददगार साबित हो सकता है। इसके अलावा वाइरल, फंगल, बैक्टीरियल इंफेक्शन रोकने में कारगर है। पथरी, ब्लड प्रेशर, शुगर, याददाश्त कमजोर होने, अनिद्रा, मुहासे, रूसी, सिरदर्द, पेट में कीडे़ जैसी दिक्कतों के लिए नारियल पानी रामबाण है।

-सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड जैसी भारी गैसों को सोखकर नारियल का रेशा कमरे की हवा को शुद्ध रखता है। इसके रेशे जलाने पर मॉस्किटो रेपेलंट का काम करते हैं।

इंडस्ट्री

- नारियल के पेड़ के अलग-अलग हिस्सों का इस्तेमाल पायदान, दरी, फर्नीचर, रस्सियां, चटाइयां, चारकोल, आदि बनाने में किया जाता है।

- नारियल के रेशों से बने कॉयर कंपोजिट्स का इस्तेमाल रूफ शीट्स, फर्नीचर, दरवाजे, खिड़की और पैकिंग बॉक्स बनाने में किया जाता है।

- नारियल का रेशा एक जैविक रेशा है, जो जमीन का कटाव रोकने का प्राकृतिक समाधान है। कॉयर कंपोजिट को लकड़ी के एक विकल्प के तौर पर इस्तेमाल करते हैं।

बॉलिवुड में अहमियत

अग्निपथ: इस फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती ने नारियल बेचने वाले कृष्णा स्वामी अय्यर का किरदार निभाया, जो बहुत हिट हुआ।

बाजीगर: फिल्म के एक सीन में कुछ गुंडे जब काजोल के साथ छेड़खानी करते हैं तो शाहरुख खान काजोल संग नारियल पानी का मजा लेते हुए गुंडों को सबक सिखाते हैं।

ना-रियल अवॉर्ड: कुछ साल पहले फिल्मफेयर अवॉर्ड फंक्शन में होस्ट शाहरुख और सैफ अली खान ने एक्ट्रेस विद्या बालन को उनके खराब ड्रेसिंग सेंस के लिए ना-रियल अवॉर्ड दिया था।

I hope it will help you .

this is your answer of your question please mark me as best answers and thanks me.

Similar questions