Hindi, asked by Missunique2294, 9 months ago

Sidh kijiye ki kabir mai balgobin bhagat ji ki attot aastha thi?

Answers

Answered by Anonymous
24

Answer:

बालगोबिन भगत कबीर को अपना `साहब´ स्वीकार करते थे | उसका पूरा जीवन कबीर के दर्शन पर आधारित था | वह कबीर की ही भांति सरल, बेपरवाह और अपने मैं मस्त और व्यस्त रहने वाले थे | अपने बेटे की मृत्यु पर भी उनके द्वारा कबीर को ही दोहराया जाना उन्हीं में आस्था रखना, कबीर के प्रति भगत की अगाध श्रद्धा को सूचित करता है |

hope it helps you

Similar questions