Hindi, asked by ggggggggggg7508, 1 year ago

Sirf tark karne wala dimag aise chaku ki tarah hai jisme sirf dhaar hai. Yah prayog Marne wale ka haath raktmay kar deta hai. Essay in 750 words in Hindi plss.

Answers

Answered by gorishankar2
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♥ अरे वहाँ↓↓

यहाँ आपका जवाब है↓

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यह रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित उद्धरण है।

कल्पना की और अपने उद्धृत जीवन के माध्यम से इस उद्धरण लिखा।

यह हैडल और ब्लेड दोनों के साथ चाकू का मतलब है। अगर चाकू में कोई भी नहीं है तो यह काम नहीं करता है या हमारी मदद नहीं करता है।

◆ यह आपको बताता है कि मन को तर्क और कल्पना दोनों की आवश्यकता है। अगर किसी दिमाग में कोई भी नहीं है तो यह अधूरा दिमाग है। अगर मन में केवल एक ही है तो यह ठीक से काम नहीं करता है।

→ अगर चाकू केवल ब्लेड के साथ है, तो यह उस व्यक्ति के हाथ को चोट पहुंचाएगा जो इसे पकड़ता है।

इसका मतलब है कि अगर केवल तर्क है, तो कोई कल्पना नहीं है, यह ऐसा करने वाले व्यक्ति की रचनात्मक सोच को मार देगा।

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यदि आप मेरे उत्तर को पसंद करते हैं तो कृपया दिमाग के रूप में चिह्नित करें

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⭐THANKS⭐
Answered by mchatterjee
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इंसान को तर्क कहीं‌ का नहीं छोड़ता है। घुन‌‌ की तरह होता है तर्क जो धीरे-धीरे अच्छे व्यक्ति को भी मिनटों में खराब कर देता है।

इसलिए हम बच्चों को तर्क करने से रोकते हैं। बच्चों तर्क करते हुए बिल्कुल भी अच्छे नहीं लगते। इसलिए उन्हें स्कूल में समझाया जाता है कि तर्क नहीं करो। भद्र बनने की सलाह दी जाती है। भद्र आचरण ही हमारे स्वभाव को जचता है।

तर्क करने वाला व्यक्ति बहुत कुछ पाकर भी कुछ नहीं पाता है। जी, हां लोगों का प्यार वह कभी नहीं पाता है।


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