sityudh ke pramukh kaaran
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शीत युद्ध के कारण
- 'द्वितीय मोर्चे का प्रश्न - ...
- एक-दूसरे के विरूद्ध प्रचार अभियान - ...
- एटम बम का अविष्कार - ...
- पूर्वी यूरोप में साम्यवादी सरकारों की स्थापना - ...
- ईरान से सोवियत सेनाएं न हटाना - ...
- विश्व का दाे गुटो में विभाजित होना - ...
- आणविक युद्ध की सम्भावना का भय - ...
- आतंक और अविश्वास के दायरे में विस्तार -
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शीत युद्ध का विकास
शीत युद्ध के विकास का प्रथम चरण (1946 से 1953)
शीत युद्ध के विकास का प्रथम चरण (1946 से 1953)शीत युद्ध के विस्तार का दूसरा चरण (1953 से 1963)
शीत युद्ध के विकास का प्रथम चरण (1946 से 1953)शीत युद्ध के विस्तार का दूसरा चरण (1953 से 1963)शीत युद्ध के विकास का तीसरा चरण - 1963 से 1979 तक (दितान्त अथवा तनाव शैथिल्य का काल)
शीत युद्ध के विकास का प्रथम चरण (1946 से 1953)शीत युद्ध के विस्तार का दूसरा चरण (1953 से 1963)शीत युद्ध के विकास का तीसरा चरण - 1963 से 1979 तक (दितान्त अथवा तनाव शैथिल्य का काल)शीत युद्ध के विकास का अन्तिम काल - 1980 से 1989 तक (नया शीत युद्ध)
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